Edited By shukdev,Updated: 09 Sep, 2019 10:13 PM
पाकिस्तान का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग इसके शीर्ष पदाधिकारियों का कार्यकाल पूरा होने की वजह से तीन महीने से अधिक समय से निष्क्रिय पड़ा है, जबकि देश कश्मीर में भारत पर लगातार मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगा रहा है। डॉन अखबार ने एक रिपोर्ट में कहा कि...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग इसके शीर्ष पदाधिकारियों का कार्यकाल पूरा होने की वजह से तीन महीने से अधिक समय से निष्क्रिय पड़ा है, जबकि देश कश्मीर में भारत पर लगातार मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप लगा रहा है। डॉन अखबार ने एक रिपोर्ट में कहा कि अध्यक्ष और सात में से छह सदस्यों का चार वर्ष का कार्यकाल गत 30 मई को समाप्त हो चुका है।
आयोग के कर्मचारियों को डर है कि प्रधानमंत्री इमरान खान और नेशनल असेंबली में नेता विपक्ष शहबाज शरीफ के बीच कटु संबंधों की वजह से हो सकता है कि आयोग अभी और समय तक निष्क्रिय रहे। हालांकि, मानवाधिकार मंत्रालय के महानिदेशक मोहम्मद अरशद ने दैनिक से कहा कि अध्यक्ष और सदस्यों के पदों पर भर्ती के लिए पुन: विज्ञापन निकाला जाएगा। नियुक्तियों की समूची प्रक्रिया के पूर्ण होने में छह से सात महीने लग सकते हैं।