Edited By Isha,Updated: 03 May, 2018 12:35 PM
पाकिस्तान ने सूचना संबंधी मामलों पर संयुक्त राष्ट्र की समिति के समक्ष कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघन का मामला उठाया जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह
संयुक्त राष्ट्रः पाकिस्तान ने सूचना संबंधी मामलों पर संयुक्त राष्ट्र की समिति के समक्ष कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघन का मामला उठाया जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह समिति के काम के लिए अप्रासंगिक है। पाकिस्तान के प्रतिनिधि मसूद अनवर ने कल सूचना पर समिति के एक सत्र को संबोधित करते हुए कश्मीर का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि कश्मीर के लोगों के मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।
अनवर ने कहा आज जिस दुनिया में हम रह रहे हैं वह संघर्ष और विवादों से घिरी है हालांकि हम आतंकवाद और चरमपंथ से लडऩे में एकजुटता बरकरार रखते हैं। इन दूषित विचारधाराओं का विरोध करना जरुरी है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र का जन सूचना विभाग ( डीपीआई ) तनाव खत्म करने और आपसी सौहाद्र्र को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि मनवाधिकार उल्लंघन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर चिंता का विषय है। भारत ने कश्मीर पर दिए गए अनवर के हवाले को खारिज करते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी समिति के काम काज में अप्रासंगिक है ।
संयुक्त राष्ट्र में भारतीय मिशन में मंत्री एस श्रीनिवास प्रसाद ने सत्र के दौरान कहा हमने समिति के एजेंडे से इतर मुद्दों का जिक्र करने का आज यहां एक और प्रयास देखा। हम इन टिप्पणियों को पूरी तरह से खारिज करते हैं क्योंकि इनका समिति के काम से इसका कोई मतलब नहीं है। प्रसाद ने एक बयान में कहा कि भारत आतंकवाद विरोध पर डीपीआई के काम का समर्थन करता है। उन्होंने कहा भारत आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करता है और यह मानता है कि देशों के बीच प्रभावी सहयोग इस खतरे से लडऩे के लिए अनिवार्य है। ’’