पाकिस्तान में रोटी के पड़े लाले, अब 4 मिलियन मीट्रिक टन गेहूं करेगा आयात

Edited By Tanuja,Updated: 05 May, 2021 02:05 PM

pakistan to import 4 million metric tonnes of wheat

कंगाली पाकिस्तान में इस समय जनता को रोटी के लाले पड़ गए हैं। वजह है आसमान पर पहुंची महंगाई और और देश में गेहूं की कमी। देश में आटे की कमी को देकते हुए इमरान खान सरकार ने ...

इस्लामाबाद : कंगाली  पाकिस्तान में इस समय जनता को रोटी के लाले पड़ गए हैं। वजह है आसमान पर पहुंची महंगाई और और देश में गेहूं की कमी।  देश में आटे की कमी को देकते हुए इमरान खान  सरकार ने सोमवार को घरेलू खपत की जरूरतों को पूरा करने के लिए इस साल चार मिलियन मीट्रिक टन गेहूं आयात करने का फैसला किया है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार वित्त मंत्री शौकत तरिन ने पाकिस्तान के सांख्यिकी ब्यूरो (PBS) से इसकी मूल्य पद्धति को बदलने के लिए कहा । उनका मानना ​​था कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतें अधिक बताई गई थीं ।

 

  PBS  का कहना है कि  सरकार गेहूं, आटे और चीनी की कीमतों को नियंत्रित नहीं कर पाई है जो तीन साल से भी कम समय में दोगुनी हो गई है। इसके बाद वित्त मंत्री तारिन द्वारा संचालित राष्ट्रीय मूल्य निगरानी समिति (NPMC) ने चार मिलियन मीट्रिक टन गेहूं आयात करने का निर्णय लिया है। औपचारिक अनुमोदन के लिए अब एक प्रस्ताव कैबिनेट की आर्थिक समन्वय समिति (ECC) के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार  PBS की अप्रैल में मुद्रास्फीति बढ़कर 11.1 प्रतिशत पर पहुंच  गई है। नेशनल प्राइस मॉनिटरिंग कमेटी (NPMC) के मुताबिक इस साल गेहूं का अनुमानित उत्पादन 2.6 करोड़ मीट्रिक टन बताया गया है जोकि आने वाले साल की कुल खपत की तुलना में 30 लाख टन कम है  इसलिए देश को आयात करके रणनीतिक भंडार का निर्माण करना होगा।

 

इससे पहले 27 अप्रैल को नेशनल प्राइस मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में शौकत तारिन को बताया गया था कि पाकिस्तान में गेहूं का भंडार पिछले सप्ताह 647,687 मीट्रिक टन ही बचा जोकि मौजूदा उपभोग स्तर के मुताबिक केवल अढ़ाई सप्ताह चलेगा। अप्रैल अंत तक यह स्टॉक कम होकर 3,84,000 मीट्रिक टन रह जाएगा। पाकिस्तान में यह किल्लत ऐसे समय पर हुई है जब फसल की कटाई चल रही है।  NPMC के आंकड़ों के मुताबिक, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का स्टॉक 400,000 मीट्रिक टन है तो सिंध में 57,000 मीट्रिक टन, खैबर पख्तूनख्वाह में 58,000 मीट्रिक टन और PASSCO में 140,000 मीट्रिक टन से कम स्टॉक है।  बलूचिस्तान प्रांत की सरकार ने गेहूं का कोई स्टॉक नहीं किया।

 

वित्त मंत्री शौकत तारिन ने जरूरी वस्तुओं के रणनीतिक भंडार के महत्व का जिक्र करते हुए प्रांतीय सरकारों और संबंधित विभागों को जल्दी गेहूं, चीनी की खरीद का निर्देश दिया है। जानकारी के अनुसार पिछले साल पाकिस्तान में गेहूं का उत्पादन 2.6 करोड़ मीट्रिक टन हुआ था और घरेलू जरूरत को पूरा करने के लिए 21 लाख मीट्रिक टन गेहूं का आयात करना पड़ा था। बैठक में वित्त मंत्री को बताया गया कि वर्ष 2021-22 के लिए पाकिस्तान में अनुमानित 2.93 करोड़ मीट्रिक टन गेहूं की आवश्यकता होगी। सरकार को देश की आवश्यकता को पूरा करने के लिए तीस लाख मीट्रिक टन का आयात करना होगा।

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