Edited By Pardeep,Updated: 15 Sep, 2021 09:32 PM
प्रधानमंत्री इमरान खान शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ताजिकिस्तान की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा करेंगे और आपसी संबंधों पर वहां के नेतृत्व
इस्लामाबादः प्रधानमंत्री इमरान खान शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ताजिकिस्तान की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा करेंगे और आपसी संबंधों पर वहां के नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। विदेश कार्यालय ने बुधवार को यह जानकारी दी। खान दुशांबे में 20वें एससीओ काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ स्टेट (एससीओ-सीएचएस) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
विदेश कार्यालय (एफओ) ने कहा कि उन्हें ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमान ने 16 - 17 सितंबर को यात्रा के लिए आमंत्रित किया है। खान के साथ मंत्रियों का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी जाएगा।
उन्होंने इससे पहले 13-14 जून 2019 को किर्गिज गणराज्य के बिश्केक में आयोजित एससीओ-सीएचएस में भाग लिया और वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 10 नवंबर 2020 को रूस द्वारा आयोजित एससीओ-सीएचएस में हिस्सा लिया था। एससीओ को ‘नाटो’ के प्रतिकार के रूप में देखा जाता है। यह आठ सदस्यीय आर्थिक और सुरक्षा गठजोड़ है और सबसे बड़े अंतर-क्षेत्रीय अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में से एक के रूप में उभरा है। भारत और पाकिस्तान 2017 में इसके स्थायी सदस्य बने थे।
एससीओ की स्थापना 2001 में शंघाई में रूस, चीन, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान के राष्ट्रपतियों द्वारा एक शिखर सम्मेलन में की गई थी। एससीओ में चार पर्यवेक्षक देश- ईरान, मंगोलिया, बेलारूस और अफगानिस्तान- भी हैं और इसके अलावा इसके छह संवाद साझेदार- अजरबैजान, आर्मेनिया, कंबोडिया, नेपाल, तुर्की और श्रीलंका- भी हैं। विदेश कार्यालय की तरफ से बताया गया है कि खान मुख्य कार्यक्रम से इतर अन्य सहभागी नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में 17 सितंबर को होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की वार्षिक शिखर बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का डिजिटल माध्यम से नेतृत्व करेंगे। विदेश मंत्रालय ने नयी दिल्ली में बुधवार को यह जानकारी दी। विदेश मंत्री एस जयशंकर एससीओ बैठकों के लिए दुशांबे जाएंगे।