Edited By Tanuja,Updated: 08 Jul, 2019 09:54 AM
भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में पाकिस्तान में जेश के आतंकी शिविर पर एयरस्ट्राइक के बाद आतंकवादी संगठनों ने अपने ठिकाने बदल दिए...
इस्लामाबादः भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में पाकिस्तान में जेश के आतंकी शिविर पर एयरस्ट्राइक के बाद आतंकवादी संगठनों ने अपने ठिकाने बदल दिए हैं। काबुल और कंधार में भारत के राजनयिक मिशनों और कार्यालयों को खुफिया सूचनाओं के बाद हाई अलर्ट पर रखा है, जिससे संकेत मिला है कि आतंकी समूहों जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के बेस कैंप पाकिस्तान से अफगानिस्तान के कुनार, नंगरहार, नूरिस्तान और कंधार में शिफ्ट किए गए हैं।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर जैश के आत्मघाती हमले का जवाब देते हुए भारतीय वायु सेना (IAF) के मिराज जेट्स ने 28 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित जैश के आतंकी शिविर पर हमला किया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों ने अफगान तालिबान और अफगान विद्रोही समूह, हक्कानी नेटवर्क के साथ हाथ मिला लिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान को अफगानिस्तान बॉर्डर पर स्थित डुरंड रेखा पार आतंकी संगठन अपने चरमपंथी कैडर को विध्वंसक गतिविधि का प्रशिक्षण दे रहे हैं। यह शायद इस कारण से है कि मोदी सरकार ने पाकिस्तान की इमरान खान सरकार को 1-2 जुलाई को 15 से अधिक जैश नेताओं और आतंकवादी फंडिंग से जुड़े पांच चैरिटी संगठनों पर कार्रवाई करने को कहा था। भारत ने पाकिस्तान को इस बार आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है और साफ किया है कि इस बार की कार्रवाई दिखावा नहीं होनी चाहिए।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि आतंकवादी संगठनों को डूरंड लाइन पार शिफ्ट करने की सबसे बड़ी वजह पाकिस्तान ब्लैक लिस्ट में बचने के लिए की है। फाइनेंस एक्शन ट्रास्क फोर्स (एफएटीएफ) की प्रेस कॉन्फ्रेंस इस अंत में पेरिस में होने वाली है और उसकी ब्लैक लिस्ट में शामिल होने से बचने के लिए कदम उठाया है। सीमा पार से मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी वित्तपोषण पर शिकंजा कसने के लिए गठित बहुपक्षीय निकाय ने पाकिस्तान को ग्रे सूची में रखा है।