Edited By Pardeep,Updated: 07 May, 2018 09:34 PM
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने कश्मीर में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन को लेकर आज गंभीर चिंता जताई। रविवार को जम्मू - कश्मीर के शोपियां जिले में एक मुठभेड़ में आतंकी समूह हिज्बुल मुजाहिदीन के पांच आतंकवादी मारे गए थे जिनमें एक...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने कश्मीर में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन को लेकर आज गंभीर चिंता जताई।
रविवार को जम्मू - कश्मीर के शोपियां जिले में एक मुठभेड़ में आतंकी समूह हिज्बुल मुजाहिदीन के पांच आतंकवादी मारे गए थे जिनमें एक शीर्ष कमांडर और संगठन का नया सदस्य ( एक विश्वविद्यालय का प्रोफेसर ) शामिल था। साथ ही मुठभेड़ स्थल के पास विरोध प्रदर्शनकारियों एवं विधि प्रवर्तन एजेंसियों के बीच संघर्षों के दौरान पांच आम नागरिक भी मारे गए।
अब्बासी ने एक बयान में कहा,‘‘ पाकिस्तान सुनियोजित बर्बरता, बेगुनाह लोगों की हत्याओं में बढ़ोतरी और दंड से छूट प्राप्त भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर बेहद गंभीर है। ’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सुरक्षा बलों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल का इस्तेमाल करते हुए हुॢरयत नेताओं को गिरफ्तार किया।
प्रधानमंत्री ने दावा किया कि कश्मीर में पिछले 36 घंटे में 14 लोग मारे गए। उन्होंने कहा कि कश्मीरियों की आत्मनिर्णय के न्यायोचित, सही एवं वैध अधिकार की मांग से दुनिया का ‘‘ सामूहिक विवेक ’’ सवालों के घेरे में आता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया भर के लोगों को ‘‘ भारतीय दमन ’’ के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से कश्मीरियों के आत्मनिर्णय के अपरिहार्य अधिकार को लागू करने में अपनी भूमिका निभाने की अपील की। अब्बासी ने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के संविधान के तहत और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के अनुरूप आत्मनिर्णय के लिए कश्मीर के लोगों के संघर्ष को नैतिक, राजनीतिक एवं कूटनीतिक समर्थन मुहैया कराता रहेगा।