Edited By ,Updated: 07 Aug, 2016 02:23 PM
जंगल के जानवरों से इंसान की दोस्ती के किस्से आपने सुने होंगे, लेकिन ग्लेशियर्स में रहने वाले किसी जीव से दोस्ती का...
रियो डी जेनेरियो: जंगल के जानवरों से इंसान की दोस्ती के किस्से आपने सुने होंगे, लेकिन ग्लेशियर्स में रहने वाले किसी जीव से दोस्ती का कोई मामला आपके मन में शायद ही होगा। बता दें कि ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में एक 71 वर्षीय जोआओ परेरा डिसूजा और यह पेंगुइन ऐसी ही एक दुर्लभ दोस्ती के उदाहरण हैं। हैरान करने वाली बात है कि यह पेंगुइन हर साल 8 हजार ज्यादा किलोमीटर तैरकर इस बुजुर्ग से मिलने आता है।
इस बुजुर्ग शख्स ने बचाई थी पेंगुइन की जान
जानकारी के मुताबिक कुछ साल पहले तक जोआओ, रियो डी जेनेरियो के पास एक टापू पर रहकर मिस्त्री का काम किया करते थे और कभी-कभी ये मछलियां पकड़कर भी पैसा कमाते थे। बताया जा रहा है कि 2011 में जब मछलियां पकड़ने वह समुद्र-तट पर पहुंचे तो उन्हें चट्टानों में नन्हा-सा पेंगुइन दिखाई दिया। उसका शरीर तेल से सना हुआ था और वह ऐसे छटपटा रहा था, जैसे वह भूख से मरने ही वाला हो। जोआओ से उसका छटपटाना देखा न गया और वह उस पेंगुइन को घर ले आया।
जोआओ ने उसे डिनडिम नाम दिया और तब तक साथ रखा जब तक वह पूरी तरह ठीक नहीं हो गया। हालांकि, उसके शरीर पर (फेदर्स में) चिपके डामर जैसे पदार्थ को हटाने में एक सप्ताह का समय लग गया था। उन्हें लगा कि पेंगुइन अब पुराने माहौल में जी सकता है, तो वे उसे दोबारा लहरों में छोड़ आए। लेकिन कुछ महीने बाद पेंगुइन फिर उसी टापू पर लौटा, जहां जोआओ से उसकी मुलाकात हुई थी। अब वह साल के 8 महीने जोआओ के साथ उनके घर पर रहता है और बाकी महीने ब्रीडिंग के लिए अर्जेंटीना में बिताता है। वहीं जोआओ कहते हैं कि मैं इस पेंगुइन को अपने बच्चे की तरह प्यार करता हूं।