Edited By Tanuja,Updated: 12 Dec, 2020 11:29 AM
पाकिस्तान मेंं विपक्षी दलों के विरोध-प्रदर्शन से डरी की इमरान सरकार अब उनकी रैलियां रोकने के लिए घटिया चालों पर उतर आई है। इमरान सरकार ने ...
पेशावरः पाकिस्तान मेंं विपक्षी दलों के विरोध व शक्ति प्रदर्शनों से डरी इमरान सरकार अब विपक्ष की रैलियां रोकने के लिए घटिया चालों पर उतर आई है। इमरान सरकार ने 11 विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) की लाहौर में होने वाली रैली टालने के लिए आतंकवादी हमले की चेतावनी जारी कर दी है। सरकार ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) रैली में आतंकी गतिविधि को अंजाम दे सकता है।
हालांकि पाकिस्तान की आतंकवाद रोधी निगरानी ने यह बताने में असमर्थता जताई है कि संभावित आतंकवादी हमला देश के किस हिस्से में हो सकता है। पाकिस्तान के एआरवाई न्यूज के अनुसार मिनार-ए-पाकिस्तान में आयोजित होने वाली पीडीएम की रैली को देखते हुए पाकिस्तान सरकार ने यह जरूर कहा है कि टीटीपी लाहौर और गठबंधन की गतिविधियों को निशाना बना सकता है। NACTA ने कहा है कि चूंकि इसकी पहले की आतंकवाद योजना को नाकाम कर दिया गया था, इसलिए निराश TTP फिर कोशिश कर सकता है। साथ ही आंदोलनों के लिए फुलप्रूफ निगरानी के साथ सख्त सुरक्षा उपायों की सलाह दी गई है।
इससे पहले, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयास में सरकार विरोधी रैली को स्थगित करने के लिए पीडीएम से एक अपील की थी लेकिन विपक्षी दलों ने लाहौर में 13 दिसंबर की रैली के अपने फैसले को वापस लेने से इंकार कर दिया था। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने गुरुवार को लाहौर के नागरिकों से अपील की कि वे आगामी 13 दिसंबर को विपक्ष के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) की रैली में भाग लें। उन्होंने बताया कि यह समय आ गया है कि जनविरोधी सरकार से छुटकारा पाएं। उन्होंने कहा, "अब आपके लिए नवाज़ शरीफ़, मरयम नवाज़ और पीडीएम को अपना समर्थन देने का समय आ गया है। अब इमरान सरकार को देश चलाने की अनुमति नहीं दी जा सकती।