Edited By Tanuja,Updated: 28 Jan, 2021 05:27 PM
हांगकांग में कोरोना वायरस की बढ़ती रफ्तार ने कारण यहां लॉकडाउन लगा दिया गया है। लोगों को घरों में रहने को कहा गया है। अधिकारियों ...
इंटरनेशनल डेस्कः हांगकांग में कोरोना वायरस की बढ़ती रफ्तार ने कारण यहां लॉकडाउन लगा दिया गया है। लोगों को घरों में रहने को कहा गया है। अधिकारियों ने मल्टीपल सोसायटी में रहने वाले करीब 10 हजार लोगों को अंदर ही रहने को कहा है। कोरोना खौफ के बावजूद हांगकांग के लोग चीन में बनी कोविड-19 वैक्सीन पर भरोसा नहीं कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक सर्वेक्षण में पाया गया कि हांगकांग के 30 फीसदी से कम लोगों ने चीनी कंपनी सिनोवैक के टीके पर भरोसा जताया है। अधिकांश लोगों ने चीनी वैक्सीन के बजाए यूरोप और अमेरिका में बनी कोविड-19 टीके पर ज्यादा भरोसा किया। इससे पहले ब्राजील के वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में सिनोवैक बायोटेक की कोविड वैक्सीन के महज 50.4 फीसद ही असरदार होने की बात कही थी।
बता दें कि हांगकांग में पहली बार पूरी तरह से लॉकडाउन लगा है। सरकार ने करीब 3,000 कर्मचारियों को लॉकडाउन को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए सड़कों पर उतार दिया है। ये कर्मचारी 150 हाउस ब्लाक की निगरानी क कर रहे हैं। चीन से कोरोना फैलने के बाद हांगकांग ने कई ऐहतियाती कदम उठाए थे, जिस कारण यहां कोरोना का उतना कहर नहीं बरपा था।