Edited By Yaspal,Updated: 14 Feb, 2021 08:22 PM
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने शुक्रवार को समय की कमी और कानूनी मुद्दों का हवाला देते हुए आगामी सीनेट चुनाव के लिए उम्मीदवारों के फॉर्म जमा करने की समयसीमा बढ़ाने के लिए पाकिस्तान के चुनाव आयोग से अनुरोध किया है। मुख्य चुनाव आयोग को लिखे पत्र...
इंटरनेशलन डेस्कः पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने शुक्रवार को समय की कमी और कानूनी मुद्दों का हवाला देते हुए आगामी सीनेट चुनाव के लिए उम्मीदवारों के फॉर्म जमा करने की समयसीमा बढ़ाने के लिए पाकिस्तान के चुनाव आयोग से अनुरोध किया है।
मुख्य चुनाव आयोग को लिखे पत्र में पीपीपी के महासचिव नैय्यर हुसैन बुखारी ने कहा कि पाकिस्तान के चुनाव आयोग द्वारा दिया गया समय पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि संघ के विभिन्न स्तरों को अंतिम रूप देने के लिए और अधिक समय की आवश्यकता है। पत्र के अनुसार, ECP ने 12 फरवरी को चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की और नामांकन पत्र जमा करने के लिए केवल दो दिन का समय दिया है।ने
बुखारी ने कहा, "इसमें आवेदन आमंत्रित करना, जांच करना, संसदीय बोर्ड का गठन करना, उम्मीदवारों को टिकट देने से पहले साक्षात्कार करना शामिल है। बुखारी ने कहा कि उम्मीदवारों का चयन करने में समय लगता है। पीपीपी नेता ने दावा किया कि बैंक शाखाएं प्रत्येक मामले को छानबीन और मंजूरी के लिए अपने संबंधित मुख्य कार्यालयों को भेजती हैं और एक या दो दिनों में बैंक खाता खोलने के लिए मंजूरी प्राप्त करना संभव नहीं था।
बुखारी ने कहा, "इसलिए, मैं माननीय मुख्य चुनाव आयुक्त से आग्रह करता हूं कि कृपया देखें और स्थिति के निवारण के लिए उचित कदम उठाएं।" इस बीच ECP ने घोषणा की है कि सीनेट के चुनाव 3 मार्च को होंगे। यह ऐलान तब किया गया जब पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने "खुले और पहचान योग्य मत" के माध्यम से सीनेट के चुनाव का मार्ग प्रशस्त करने के लिए चुनाव (संशोधन) अध्यादेश 2021 पर हस्ताक्षर किए थे।