Edited By ,Updated: 01 Feb, 2017 09:30 PM
चीन ने इलाज के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए टीबी-रोधी मवेशी विकसित किया है और चीनी वैज्ञानिकों का कहना है कि यह ‘जीनोम ...
बीजिंग : चीन ने इलाज के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए टीबी-रोधी मवेशी विकसित किया है और चीनी वैज्ञानिकों का कहना है कि यह ‘जीनोम एडिटिंग प्रणाली’ का रास्ता खोलेगा जिसका कृषि में बड़ा उपयोग होगा।
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस परियोजना में 12 बछड़े पैदा हुए। उनमें से 11 तीन महीने से ज्यादा समय तक जिंदा रहे। ‘बोवाइन टीबी’ एशिया, अफ्रीका और ब्रिटेन के कई हिस्सों समेत दुनिया के बहुत से देशों में मवेशियों के लिए एक बड़ा खतरा है।
शांशी के नार्थवेस्ट एएेंडएफ यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ वेटरनरी मेडिसिन के चीनी वैज्ञानिकों ने मवेशी का ‘जीनेटिक कोड’ बदलने के लिए एक जीनोम एडिटिंग टूल ‘सीआरआईएसपीआर-कैस9’ का उपयोग किया। उन्होंने संक्रमण से लडऩे से जुड़े एक जीन में परिवर्तन किया। चीनी वैज्ञानिकों का कहना है कृषि के क्षेत्र में इस प्रौद्योगिकी का व्यापक उपयोग किया जा सकता है।