Edited By Pardeep,Updated: 21 Nov, 2020 03:59 AM
नः कोरोना के साथ जूझ रही दुनिया के लिए बहुत अच्छी ख़बर है। ब्रिटेन में अगले महीने से कोरोना वायरस वैक्सीन को व्यापक स्तर पर लगाने की तैयारी शुरू हो गई है जिसकी पुष्टि स्वास्थय सचिव मैट हैनकॉक ने की है। हैनकॉक ने टीवी को दिए अपने बयान में कहा कि इस...
लंदनः कोरोना के साथ जूझ रही दुनिया के लिए बहुत अच्छी ख़बर है। ब्रिटेन में अगले महीने से कोरोना वायरस वैक्सीन को व्यापक स्तर पर लगाने की तैयारी शुरू हो गई है जिसकी पुष्टि स्वास्थय सचिव मैट हैनकॉक ने की है। हैनकॉक ने टीवी को दिए अपने बयान में कहा कि इस वैक्सीन पर फाईजर और बायोटेक फार्मास्यूटिकल की तरफ से मि कर काम किया जा रहा है। ब्रिटेन का नेशनल हेल्थ डिपार्टमेंट क्रिसमस तक देश में 5 स्थानों पर वैक्सीन लगाने की सुविधा देने जा रहा है। इसके लिए एनएचएस के हज़ारों कर्मचारी इन स्थानों पर तैनात किए जाएंगे। हर दिन कम से कम 10 हज़ार लोगों को कोरोना का टीका लगाने की योजना है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए ब्रिटेन सरकार ने एक दिसंबर तक लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया था।
वहीं इससे पहले ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित कोरोना के टीके को लेकर दावा किया गया था कि यह 56-69 आयु समूह के लोगों तथा 70 साल से अधिक के बुजुर्गों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में महत्वपूर्ण सुधार करने में कारगर रहा है। इस टीके से संबंधित यह जानकारी बृहस्पतिवार को पत्रिका ‘लैंसेट’ में प्रकाशित हुई जिसका विकास भारतीय सीरम संस्थान के साथ मिलकर किया जा रहा है।
बता दें हर एक देश को ऐसे वैक्सीन की जरूरत है जो इस वायरस का सामना कर सके। वैसे तो रूस ने स्पुतनिक वी को लांच कर दिया है। लेकिन लोगों को ज्यादा उम्मीद फाइजर, माडर्ना और आक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन से है। फाइजर ने हाल ही में दावा किया है कि उसकी वैक्सीन 95 फीसद असरकारी है। इन सबके बीच उसने कोरोना वायरस वैक्सीन को इमर्जेंसी में इस्तेमाल की इजाजत के लिए अमेरिका के नियामक प्राधिकरण को आवेदन दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि रहा है कि यह प्रक्रिया पूरी होने पर अगले महीने सीमित संख्या में वैक्सीन की खुराकें तैयार हो सकती हैं।