Edited By Riya bawa,Updated: 06 Sep, 2020 02:53 PM
चीन की नई शिक्षा नीति और स्थानीय भाषा की किताबों को हटाने के मामलों को लेकर जापान में रहने वाले मंगोलियाई नागरिकों ने राजधानी टोक्यो में विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन राजधानी टोक्यो में...
इंटरनेशनल डेस्क- चीन की नई शिक्षा नीति और स्थानीय भाषा की किताबों को हटाने के मामलों को लेकर जापान में रहने वाले मंगोलियाई नागरिकों ने राजधानी टोक्यो में विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन राजधानी टोक्यो में स्थित चीनी दूतावास के बाहर किया गया। दूतावास के बाहर हुए इस प्रदर्शन में करीब 20 लोग शामिल थे।
इन नागरिकों ने उत्तरी चीन के स्वायत्त क्षेत्र इनर मंगोलिया में मंदारिन भाषा को बढ़ावा दिए जाने पर अपनी नाराजगी जाहिर की है। एेसे में चीन अब इस क्षेत्र में अपनी प्रमुख भाषा में शिक्षा को जबरन थोप रहा है। इनर मंगोलिया चीन की इस नीति का विरोध कर रहे है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिन पहले हजारों छात्रों ने सड़कों पर उतरकर बीजिंग के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया था। इस क्षेत्र में चीन अपनी नई शिक्षा नीति के जरिये स्थानीय भाषा की किताबों को हटाने की फिराक में है। चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के कारण इस क्षेत्र के लोगों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजने से मना कर दिया हैं।