Edited By PTI News Agency,Updated: 11 Dec, 2019 07:35 PM
बीजिंग, 11 दिसंबर (भाषा) चीन के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को अमेरिकी मीडिया निगरानी संस्था सीपीजे की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया है कि चीन ने 2019 में 48 पत्रकारों को जेल में डाला।
बीजिंग, 11 दिसंबर (भाषा) चीन के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को अमेरिकी मीडिया निगरानी संस्था सीपीजे की उस रिपोर्ट को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया है कि चीन ने 2019 में 48 पत्रकारों को जेल में डाला।
उन्होंने कहा कि चीन ऐसा देश है जहां कानून का शासन है और कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।
कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट (सीपीजे) ने इस साल के अपने वार्षिक वैश्विक सर्वेक्षण में कहा कि चीन, तुर्की, सऊदी अरब, मिस्र में पत्रकारों के लिहाज से सबसे खराब हालात हैं।
रिपोर्ट के अनुसार सीपीजे ने पाया कि कम से कम 250 पत्रकारों को उनके कार्य के लिए जेल में बंद किया गया और इस मामले में सबसे अधिक संख्या चीन में है।
इसके अनुसार, ‘‘सीपीजे जब से इस पर नजर रख रहा है तब से किसी भी वर्ष में पत्रकारों को जेल में बंद करने को लेकर सबसे अधिक संख्या 2016 में 273 दर्ज की गई थी। चीन, तुर्की, सऊदी अरब और मिस्र के बाद सबसे अधिक खराब हालात इरिट्रिया, वियतनाम और ईरान की है।’’
इसके अनुसार, ‘‘सीपीजे ने 1990 के दशक की शुरुआत से जब से जेल में बंद पत्रकारों की संख्या पर नजर रखना शुरू किया है तब से तुर्की की चीन के साथ लगातार होड़ रही है। 2019 में सीपीजे ने पाया कि चीन में 48 पत्रकारों को जेल में डाला गया जो 2018 की संख्या से एक अधिक है।’’
बहरहाल, इस रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि अमेरिकी समिति की कोई विश्वसनीयता नहीं है।
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