Edited By PTI News Agency,Updated: 04 Apr, 2020 09:19 PM
बीजिंग, चार अप्रैल (भाषा) कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद चीन में जनजीवन सामान्य होता दिख रहा है क्योंकि चीनी पर्वतारोहियों का एक समूह दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने के लिए पर्वतारोहण पर जा रहा है।
बीजिंग, चार अप्रैल (भाषा) कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद चीन में जनजीवन सामान्य होता दिख रहा है क्योंकि चीनी पर्वतारोहियों का एक समूह दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने के लिए पर्वतारोहण पर जा रहा है।
हालांकि, यह चोटी विदेशी पर्वतारोहियों के लिए फिलहाल बंद है।
दुनिया की यह सबसे ऊंची पर्वत चोटी नेपाल और चीन की सीमा पर स्थित है और इस पर दोनों ओर से पर्वतारोहण किया जा सकता है।
चीन ने अपनी तरफ के हिस्से को विदेशी पर्वतारोहियों के लिए बंद कर रखा है, जबकि नेपाल ने कोविड-19 के कारण सभी के लिये पर्वतारोहण बंद कर दिया है।
ऑपरेटरों ने बीबीसी को बताया कि चीन के हिस्से से सिर्फ चीनी नागरिक ही पर्वतारोहण कर सकते हैं।
तिब्बत पर्वतारोहण संघ (टीएमए) ने कहा है कि अगर कोई पर्वतारोही संक्रमित है तो पर्वतारोहण के दौरान उसे इलाज मुहैया करना कठिन होगा।
चीन तिब्बत पर्वतारोहण संघ (सीटीएमए) के संपर्क में मौजूद पर्वतारोहण ऑपरेटरों ने बताया कि एवरेस्ट पर जाने के लिए दो दर्जन से अधिक चीनी पर्वतारोहियों के शुक्रवार को 6,450 मीटर (चार मील) की ऊंचाई पर स्थित बेस कैंप में पहुंचने की उम्मीद है।
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