प्रेसिडेंशियल डिबेट: ट्रंप, बाइडेन के बीच कई मुद्दों को लेकर जोरदार चर्चा

Edited By PTI News Agency,Updated: 30 Sep, 2020 08:17 PM

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वाशिंगटन, 30 सितम्बर (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के बीच मंगलवार की रात को राष्ट्रपति चुनाव की पहली आधिकारिक बहस (प्रेसिडेंशियल डिबेट) में कोविड-19 महामारी, नस्लवाद, अर्थव्यवस्था और...

वाशिंगटन, 30 सितम्बर (भाषा) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन के बीच मंगलवार की रात को राष्ट्रपति चुनाव की पहली आधिकारिक बहस (प्रेसिडेंशियल डिबेट) में कोविड-19 महामारी, नस्लवाद, अर्थव्यवस्था और जलवायु परिवर्तन समेत कई मुद्दों पर जोरदार चर्चा हुई।

ओहायो के क्लीवलैंड में पहली बहस के दौरान ट्रंप ने कहा कि उन्हें उच्चतम न्यायालय के लिए किसी न्यायाधीश को नामित करने का अधिकार है, वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी से उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन ने इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले को यह काम करना चाहिए।

ट्रंप से न्यायमूर्ति रूथ बेडर गिन्सबर्ग के निधन से रिक्त हुए पद के लिए न्यायाधीश एमी कोनी बैरेट को नामित करने पर सवाल किया गया था।

ट्रम्प ने कहा, ‘‘ हमने चुनाव जीता है और हमें यह करने का अधिकार है।’’ इस पर बाइडेन ने असहमति जताते हुए कहा, ‘‘ उच्चतम न्यायालय के लिए किसी व्यक्ति को नामित करने में अमेरिकी लोगों को अपनी राय देने का अधिकार है और ऐसा तब होता है जब वे अमेरिकी सीनेटर और अमेरिका के राष्ट्रपति के लिए वोट देते हैं।’’ बाइडेन ने बैरेट को नामित करने का विरोध करते हुए कहा, ‘‘ जनता को अब वह मौका नहीं मिलने वाला क्योंकि हम चुनाव के बीच में हैं, चुनाव शुरू हो चुके हैं।’’ बाइडेन ने कहा, ‘‘ लाखों लोग पहले ही वोट दे चुके हैं तो हमें इंतजार करना चाहिए था, हमें इन चुनाव के परिणामों का इंतजार करना चाहिए था क्योंकि यही एक तरीका है जिससे अमेरिका की जनता राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति को चुनकर अपने विचार व्यक्त कर सकती है।’’ बहस का संचालन कर रहे ‘फॉक्स न्यूज’ के मशहूर एंकर क्रिस वालास ने पहला सवाल किया।

उन्होंने पूछा, ‘‘ आज रात आप दोनों से मेरा पहला सवाल है कि आप दोनों ने आज जो दलीलें रखीं वे सही कैसे हैं और आपके प्रतिद्वंद्वी गलत कैसे हैं और न्यायमूर्ति बैरेट के मामले में आपको क्या लगता है?’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘ मैं आपसे कहना चाहूंगा, हमने चुनाव जीता, हर चुनाव के परिणाम होते हैं। हमारे पास सीनेट है, हमारे पास व्हाइट हाउस है और हमारे पास सभी लोगों द्वारा सम्मानित एक अभूतपूर्व व्यक्ति (नामित व्यक्ति) है। मुझे लगता है कि वह बेहतरीन काम करेंगी।’’ वहीं जो बाइडेन ने कहा कि वह न्यायमूर्ति बैरेट का विरोध नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ वह एक अच्छी इंसान लगती हैं, लेकिन उन्होंने पीठ को लिखा था (जो कि उनका अधिकार है) कि उनका मानना है कि ‘अफोर्डबल केयर एक्ट’ संवैधानिक नहीं है।’’ बाइडेन ने कोरोना वायरस से निपटने को लेकर ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रपति ने कोविड-19 के मामले में अमेरिकियों से झूठ बोला।

ट्रंप ने इस कटाक्ष पर पलटवार करते हुए कहा, ‘‘क्या आपने ‘समझदार’ शब्द का प्रयोग किया? आपने कहा कि आप डेलावेयर राज्य गए थे, लेकिन आप अपने कॉलेज का नाम भूल गए। आप डेलावेयर राज्य नहीं गए। आप अपनी कक्षा में सबसे निचले स्थान पर रहे। मेरे सामने समझदार शब्द का इस्तेमाल नहीं करें।’’ बाइडेन ने आरोप लगाया कि ट्रंप के पास कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने की ‘‘कोई योजना’’ नहीं है।

ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है, लेकिन मीडिया उनके बजाए बाइडेन का साथ देती है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको बताना चाहता हूं कि मुझे फर्क नहीं पड़ता। मुझे इसकी आदत हो गई है। जो (बाइडेन), आप हमसे बेहतर काम कभी नहीं कर सकते।’’ ट्रंप के उनकी चुनावी रैली में बड़ी संख्या में लोगों के एकत्र होने की बात कहने पर बाइडेन ने राष्ट्रपति को ‘‘मूर्ख’’ बताया। बाइडेन ने कहा, ‘‘उन्होंने सामाजिक दूरी का पालन करने और मास्क पहनने के मामले में बहुत गैरजिम्मेदाराना व्यवहार किया है। उन्होंने लोगों को ऐसा नहीं करने के लिए प्रोत्साहित किया है... उन्होंने इस मामले में मूर्खतापूर्ण व्यवहार किया है।’’ इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि बाइडेन की रैलियों में कोई शामिल नहीं हुआ।

पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते से हटने के अपने प्रशासन के फैसले को सही ठहराते हुए ट्रंप ने कहा है कि यह एक ‘‘आपदा’’ है और इससे बाहर जाने पर लोग खुश हैं। वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी के उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन ने सत्ता में आने पर ऐतिहासिक समझौते में फिर से शामिल होने की बात कही।

ट्रंप ने ई-मेल मतपत्र को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि इससे चुनाव प्रक्रिया में छेड़छाड़ की बहुत आशंका है। बहस का संचालन कर रहे क्रिस वालास ने ट्रंप से पूछा कि क्या वह अपने समर्थकों से ई-मेल मतपत्रों की वजह से विस्तारित मतगणना प्रक्रिया के दौरान संयमित रहने की अपील करेंगे। जवाब में ट्रंप ने कहा, ‘‘ मैं अपने समर्थकों से कहूंगा कि वे चुनाव में जाएं और पूरी प्रक्रिया को ध्यान से देखें क्योंकि इसकी जरूरत है। मैं उनसे यह करने का आह्वान करता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं उम्मीद करता हूं कि चुनाव निष्पक्ष होगा और अगर चुनाव निष्पक्ष हुआ तो मैं शत प्रतिशत जीत दर्ज करूंगा, लेकिन जब देखूंगा कि हजारों मतपत्रों में छेड़छाड़ हो रही है तो मैं उससे सहमत नहीं हो सकता।’’ ट्रंप का जवाब देते हुए बाइडेन ने कहा कि वह ई-मेल मतपत्र से भयभीत हैं क्योंकि वह चुनाव नतीजों से डरे हुए हैं। बाइडेन कहा, ‘‘यहां करार है। तथ्य यह है कि मैं उसे स्वीकार करूंगा और वह (ट्रंप) भी स्वीकार करेंगे। आप जानते हैं क्यों? क्योंकि एक बार सभी मतों की गिनती के बाद विजेता की घोषणा हो जाती है, इसके साथ ही प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अगर मैं जीतता हूं तो ठीक, अगर नहीं भी जीतता हूं तो भी मैं नतीजों का समर्थन करूंगा।’’ पर्यवेक्षकों ने वित्तीय बाजारों और मुद्राओं पर संभावित प्रभाव को देखा। हालांकि प्रतिक्रिया अभी सामने नहीं आई है।

चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के अखबार ग्लोबल टाइम्स के संपादक हु जिजिन ने समाचार पत्र के आधिकारिक माइक्रोब्लॉग पर अमेरिकी बहस के बारे में लिखा, ‘‘अराजकता, व्यवधान, व्यक्तिगत हमले और अपमान।’’

यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

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