Edited By PTI News Agency,Updated: 23 May, 2022 05:29 PM
इस्लामाबाद, 23 मई (भाषा) नकदी संकट से जूझ रही पाकिस्तान सरकार कार्य दिवसों की संख्या को कम करके ईंधन के संरक्षण की संभावना को तलाश रही है। इस कदम के जरिये वह 2.7 अरब अमेरिकी डॉलर की विदेशी मुद्रा की अनुमानित बचत करने की उम्मीद कर रही है।...
इस्लामाबाद, 23 मई (भाषा) नकदी संकट से जूझ रही पाकिस्तान सरकार कार्य दिवसों की संख्या को कम करके ईंधन के संरक्षण की संभावना को तलाश रही है। इस कदम के जरिये वह 2.7 अरब अमेरिकी डॉलर की विदेशी मुद्रा की अनुमानित बचत करने की उम्मीद कर रही है। सोमवार को एक खबर में यह जानकारी दी गई है।
‘डॉन’ अखबार की खबर के अनुसार, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान द्वारा 1.5 अरब अमेरिकी डॉलर से 2.7 अरब अमेरिकी डॉलर की विदेशी मुद्रा की बचत के लिए तैयार किए गए अनुमान तीन अलग-अलग परिदृश्यों पर आधारित हैं, जो कि कार्य दिवसों और ईंधन संरक्षण के संदर्भ में हैं।
खबर के अनुसार, चालू वित्त वर्ष (वित्तीय वर्ष 2022) के पहले 10 महीनों (जुलाई-अप्रैल) के लिए पाकिस्तान का कुल तेल आयात 17 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया है, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 96 प्रतिशत की भारी वृद्धि को दर्शाता है। खबर में कहा गया है कि इसमें 8.5 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य के पेट्रोलियम उत्पादों और 4.2 अरब अमेरिकी डॉलर के कच्चे तेल का आयात शामिल है, जो क्रमशः 121 प्रतिशत और 75 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि संबंधित अधिकारियों- बिजली और पेट्रोलियम प्रभाग को सलाह दी गई थी कि वे किसी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले विभिन्न क्षेत्रों के लागत और लाभ के विश्लेषण, बिजली संरक्षण सहित अपने अनुमानों को बतायें।
चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीनों के दौरान, तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) का आयात 3.7 अरब अमेरिकी डॉलर था, जो 83 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है, हालांकि आयात मात्रा कम थी।
खबर में कहा गया है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कार्य दिवसों को सप्ताह में पांच से बढ़ाकर छह दिन करने का फैसला किया, जिससे बिजली और पेट्रोलियम खपत के रूप में अतिरिक्त बोझ पड़ गया था।
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