Edited By PTI News Agency,Updated: 13 Jun, 2022 12:28 PM
वाशिंगटन, 12 जून (एपी) अमेरिका में हाल-फिलहाल में हुई गोलीबारी की घटनाओं में कई लोगों की मौत के बाद बंदूक पर नियंत्रण लगाने और स्कूलों की सुरक्षा तथा मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों में सुधार के प्रयासों को बढ़ावा देने के तहत सीनेट के सदस्यों ने रविवार...
वाशिंगटन, 12 जून (एपी) अमेरिका में हाल-फिलहाल में हुई गोलीबारी की घटनाओं में कई लोगों की मौत के बाद बंदूक पर नियंत्रण लगाने और स्कूलों की सुरक्षा तथा मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों में सुधार के प्रयासों को बढ़ावा देने के तहत सीनेट के सदस्यों ने रविवार को एक द्विदलीय समझौते के प्रारूप की घोषणा की।
हालांकि, समझौते में जो प्रावधान किए गए हैं, वे उन कठोर उपायों से बहुत कम हैं, जिन्हें लागू करने की मांग अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और डेमोक्रेटिक पार्टी के कई नेता लंबे समय से करते आ रहे हैं। बावजूद इसके यदि यह प्रस्ताव कानून का रूप लेता है तो गोलीबारी की घटनाओं पर नियंत्रण लगाने की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित होगा।
बफैलो, न्यूयॉर्क, उवाल्दे, टेक्सास में हाल-फिलहाल में हुई गोलीबारी की घटनाओं के बाद इस तरह के समझौते को आगे बढ़ाने में कामयाबी मिली है। नेताओं को उम्मीद है कि इस समझौते को कानून का रूप देने के लिए जल्द आगे बढ़ाया जाएगा। उन्हें उम्मीद है कि इसी महीने इस दिशा में पहल की जाएगी।
रिपब्लिकन पार्टी के 10 सांसदों समेत 20 सीनेट सदस्यों ने इस प्रस्ताव को पारित किए जाने की अपील करते हुए एक बयान जारी किया है। यह बयान काफी मायने रखता है, क्योंकि इस समझौते को कानून में बदलने में सबसे बड़ी बाधा सीनेट में पैदा हो सकती है, जहां दोनों दलों के पास समान संख्या बल (50-50 सांसद) है।
प्रस्ताव को पारित कराने के लिए 60 मतों की आवश्यकता होगी यानी रिपब्लकिन पार्टी के 10 मत मिलना जरूरी रहेगा।
सांसदों ने कहा, ‘‘परिवार डरे हुए हैं और एकजुट होकर ऐसा कुछ करना हमारा दायित्व है, जिससे समुदायों में सुरक्षा की भावना को बहाल करने में मदद मिले।’’
इस समझौते के तहत पृष्ठभूमि की जांच के दौरान 21 साल से कम उम्र के बंदूक खरीदारों का रिकॉर्ड उपलब्ध कराया जाएगा। बफैलो में एक किराने की दुकान में 10 लोगों और उवाल्दे के एक प्राथमिक विद्यालय में 19 छात्रों व दो शिक्षकों की हत्या करने वाले संदिग्ध 18 साल के थे। हाल के वर्षों में हुई गोलीबारी की घटनाओं में ज्यादातर कम उम्र के हमलावर शामिल रहे हैं।
इस समझौते के तहत बंदूक की बिक्री को लेकर नियम सख्त किए जाएंगे। हिंसक प्रवृत्ति वाले लोगों से बंदूक वापस ले ली जाएंगी और स्कूल की सुरक्षा एवं मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम को भी मजबूत करने की योजना है।
समझौते के अनुसार, बंदूक की बिक्री करने वालों को लाइसेंस लेना होगा। इसका मतलब है कि उन्हें खरीदारों की पृष्ठभूमि की जांच करनी होगी।
राष्ट्रपति बाइडन ने एक बयान जारी कर कहा कि समझौते में ‘वे सारे प्रावधान शामिल नहीं हैं, जो मेरे अनुसार आवश्यक हैं, लेकिन यह सही दिशा में उठाए जाने वाले महत्वपूर्ण कदमों को दर्शाता है और दशकों में कांग्रेस में पारित होने वाला सबसे महत्वपूर्ण बंदूक सुरक्षा कानून होगा।’
एपी
सिम्मी पारुल
पारुल
1306 0013 वाशिंगटन
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।