Edited By PTI News Agency,Updated: 07 Jul, 2022 08:54 PM
बीजिंग, सात जुलाई (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर की चीनी समकक्ष वांग यी के साथ बृहस्पतिवार को बाली में मुलाकात होने के बीच चीन ने कहा कि सीमा पर स्थिति "आम तौर पर स्थिर" है और दोनों देशों के पास सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाये...
बीजिंग, सात जुलाई (भाषा) विदेश मंत्री एस. जयशंकर की चीनी समकक्ष वांग यी के साथ बृहस्पतिवार को बाली में मुलाकात होने के बीच चीन ने कहा कि सीमा पर स्थिति "आम तौर पर स्थिर" है और दोनों देशों के पास सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाये रखने की क्षमता और इच्छा है।
जयशंकर ने इंडोनेशिया के बाली में वांग के साथ बातचीत की और इस दौरान "विशिष्ट लंबित मुद्दों" पर खास जोर रहा।
जी20 देशों के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन से इतर बाली में दोनों विदेश मंत्रियों की मुलाकात एक घंटे चली। इस दौरान जयशंकर ने अपने चीनी समकक्ष को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सभी लंबित मुद्दों के शीघ्र समाधान की आवश्यकता से अवगत कराया और जोर दिया कि द्विपक्षीय संबंध परस्पर सम्मान, परस्पर संवेदनशीलता और परस्पर हितों पर आधारित होने चाहिए।
जयशंकर-वांग बैठक बारे में पूछे जाने पर, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि जानकारी उचित समय पर जारी की जाएगी। उन्होंने कहा, "आप की तरह मैं भी बैठक पर करीबी नजर रख रहा हूं, हम उचित समय पर सूचना जारी करेंगे।’’ उन्होंने कहा, "हमने बैठक के बारे में भारत की प्रेस विज्ञप्ति को पढ़ा है। मैं आपसे यही कह सकता हूं कि इस समय भारत-चीन सीमा क्षेत्र में स्थिति आम तौर पर स्थिर है।" प्रवक्ता ने कहा, "चीन और भारत एक दूसरे के अहम पड़ोसी हैं। हमारे पास अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता की रक्षा करने की क्षमता और इच्छा है।" उधर, नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर ने द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकाल तथा पूर्व की बातचीत के दौरान दोनों मंत्रियों के बीच बनी समझ का पूरी तरह से पालन करने के महत्व को भी दोहराया।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "विदेश मंत्री ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सभी लंबित मुद्दों के जल्द समाधान का आह्वान किया।" वांग ने 24 और 25 मार्च को भारत का दौरा किया था और उसके बाद दोनों विदेश मंत्रियों की यह पहली मुलाकात थी।
पैंगोंग झील इलाके में हिंसक झड़प के बाद पांच मई, 2020 को भारत व चीनी सेनाओं के बीच सीमा गतिरोध शुरू हो गया था।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।