Edited By PTI News Agency,Updated: 10 Aug, 2022 10:10 AM
इस्लामाबाद, नौ अगस्त (भाषा) पाकिस्तान सरकार ने सोशल मीडिया पर सेना विरोधी अभियान की जांच कर रहे छह सदस्यीय दल में खुफिया एजेंसियों के दो सदस्यों को भी शामिल किया है। मीडिया में आई एक खबर में मंगलवार को यह जानकारी दी गई।
इस्लामाबाद, नौ अगस्त (भाषा) पाकिस्तान सरकार ने सोशल मीडिया पर सेना विरोधी अभियान की जांच कर रहे छह सदस्यीय दल में खुफिया एजेंसियों के दो सदस्यों को भी शामिल किया है। मीडिया में आई एक खबर में मंगलवार को यह जानकारी दी गई।
सोशल मीडिया पर अभियान चलाया जा रहा था कि सेना ने सहानुभूति हासिल करने के लिए हाल ही में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना कराई थी।
डान अखबार की खबर में कहा गया कि बलूचिस्तान में त्रासद हादसे पर सोशल मीडिया में नकारात्मक अभियान चला रहे लोगों की पहचान व गिरफ्तारी के लिये गठित संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) के दल का पुनर्गठन किया गया है और इसे संयुक्त जांच दल (जेआईटी) में बदला गया है। खबर के मुताबिक इसमें रविवार को घोषित एफआईए के चार अधिकारियों के अलावा इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) और इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) के एक-एक अधिकारी भी शामिल होंगे।
एक वरिष्ठ कमांडर और पांच अन्य को लेकर जा रहा पाकिस्तानी सेना का हेलीकॉप्टर पिछले सोमवार को बाढ़ राहत अभियान के दौरान बलूचिस्तान प्रांत के एक पहाड़ी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में हेलीकॉप्टर सवार सभी लोग मारे गए थे।
हादसे के बाद सेना को लेकर सोशल मीडिया पर एक नकारात्मक अभियान चलाया गया था जिसमें मारे गए सैन्य अधिकारियों को निशाना बनाया गया था। खबर में सूत्रों के हवाले से कहा गया, “संयुक्त जांच दल के गठन का उद्देश्य परदे के पीछे सक्रिय वास्तविक लोगों का पता लगाना है।”
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