Edited By Tanuja,Updated: 12 Jun, 2022 04:36 PM
2 माह से रूसी हमलों को झेल रहे यूक्रेन ने अब कड़ा जवाब देते हुए एयर स्ट्राइक में सैकड़ों लड़ाकों को मार गिराया है। लुहांस्क के गवर्नर ने...
इंटरनेशनल डेस्क: 2 माह से रूसी हमलों को झेल रहे यूक्रेन ने अब कड़ा जवाब देते हुए एयर स्ट्राइक में सैकड़ों लड़ाकों को मार गिराया है। लुहांस्क के गवर्नर ने बताया कि है यूक्रेनी सेना ने 2014 से रूस के कब्जे वाले शहर में मौजूद कुख्यात वैगनर ग्रुप के एक अड्डे को नष्ट कर दिया है। क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख सेरही हैदाई ने कहा कि यह हमला लुहांस्क के कादिवका में एक स्टेडियम को बेस बनाकर रह रहे वैगनर ग्रुप के अड्डे पर किया गया था। इस हमले की चपेट में आने से सैड़कों लड़ाके मारे गए हैं, जबकि बड़ी संख्या में घायल बताए जा रहे हैं। वैगनर ग्रुप को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की प्राइवेट आर्मी के तौर पर भी जाना जाता है।
इस हमले का वीडियो सेरही हैदाई ने टेलीग्राम सोशल मीडिया अकाउंट पर भी पोस्ट किया है। इसमें यूक्रेनी हवाई हमले के कारण स्टेडियम में वैगनर ग्रुप के अड्डे को जलते हुए देखा जा सकता है। सेरही ने बताया कि यूक्रेन के सशस्त्र बलों ने इस बेस पर अच्छी तरह से हमला किया। हमला इतना भीषण था कि इससे पूरा बेस आग की लपटों में घिर गया और इससे उठते काले धुएं आसमान पर छा गए। हालांकि, रूस के रक्षा मंत्रालय ने इस हमले की पुष्टि नहीं की है। इस हमले के बाद नारंगी रंग के हेलमेट में बचावकर्मियों को मलबे में लोगों को खोजने के लिए तैनात किया गया।
यूक्रेन के समाचार आउटलेट होरोमाडस्के ने स्थानीय सूत्रों के हवाले से बताया कि इस हमले में 22 लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हैं। वहीं, यूक्रेनी सरकार के सूत्रों का दावा है कि मरने वालों की तादाद 300 के पार है। ट्विटर पर शेयर की जा रही तस्वीरों में हमले का शिकार हुआ स्टेडियम खंडहर की तरह दिखाई दे रहा है। 28 मार्च को ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वैगनर समूह यूक्रेन में रूस की मदद करने में शामिल था।
यूक्रेन का दावा है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन की प्राइवेट मिलिशिया कुख्यात वैगनर ग्रुप उनके देश में 2014 से ही मौजूद है। इस मिलिशिया के लड़ाके क्रीमिया और लुहांस्क क्षेत्र में सैन्य अड्डा बनाकर यूक्रेन की सेना पर हमला कर रहे हैं। वैगनर ग्रुप को पीएमसी वैगनर, सीएचवीके वैगनर-ए या सीएचवीके वैगनर-बी के नाम से भी जाना जाता है। यह रूस का अर्धसैनिक संगठन है, जो पूरी तरह से प्राइवेट है। इसमें भाड़े के सैनिक शामिल होके हैं, दो सीधे क्रेमलिन के इशारे पर अपने मिशन को अंजाम देते हैं। आधिकारिक तौर पर वैगनर समूह मौजूद नहीं है। बता दें कि यह समूह यूक्रेन में डोनबास में युद्ध के दौरान पहली बार दुनिया के सामने आया था।