Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Sep, 2017 01:21 PM
अमरीका के विनाश के लिए उत्तर कोरिया हमेशा गु्आम पर हमले की धमकी देता है...
प्योंगप्यांगः अमरीका के विनाश के लिए उत्तर कोरिया हमेशा गु्आम पर हमले की धमकी देता है। उत्तर कोरिया गुआम को अपना तुरूप का पत्ता मानता है जिस पर वह कभी भी दाव खेल सकता है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यह द्वीप अमरीका का सैन्य सैंटर है। यहां अमरीका ने गोला-बारुद का विशाल भंडार जमा कर रखा है। कहा तो यह भी जाता है कि यहां अमरीका ने जितने हथियार और गोला-बारुद जमा कर रखे हैं, उससे वह कई हफ्तों तक युद्ध लड़ सकता है।
अमरीका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास से बौखलाए उत्तर कोरिया ने कहा है कि मंगलवार को नॉर्थ कोरिया के द्वारा किया गया मिसाइल परीक्षण गुआम के लिए ही था. तो गुआम में आखिर ऐसा क्या है, जिस कारण उत्तर कोरिया बार-बार इस पर हमले की धमकी दे रहा है? दरअसल, गुआम उत्तर कोरिया के करीब का अमरीकी इलाका है। दोनों के बीच की दूरी 3427 किलोमीटर है. यह प्रशांत महासागर में एक अलग-थलग पड़ा हुआ द्वीप है। इसकी पहचान अमरीकी सैन्य ठिकाने के रूप में है। यहां अमरीकी नेवी और जंगलों के बीच बसा एयरफोर्स का विशाल एंडरसन एयरफोर्स बेस भी है।
इस एयरबेस के रनवे पर बी1 बम वर्षकों का एक बेड़ा हर समय तैयार रहता है, ताकि उत्तर कोरिया के दक्षिण कोरिया पर हमला बोलने की स्थिति में कभी भी जवाब दिया जा सकता है। नेवी बेस पर परमाणु हमले के लिए पनडुब्बियों का बेड़ा तैनात है, लेकिन इससे भी खास जगह गुआम के दक्षिण में पहाड़ी के नीचे छिपी हुई है। गुआम के गवर्नर एडी केल्वो के अनुसार, गुआम में इतना गोला-बारूद जमा है कि जितना अमरीका में किसी भी जगह पर जमा नहीं है। समाचार एजैंसी एपी के अनुसार, करीब 7 हजार अमरीकी सैनिक अपने परिवार के साथ यहां रहते हैं। यहां का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल ट्यूमोन दो सैन्य ठिकानों के बीच में है।