यूरोप का चौथा सबसे बड़ा देश टूटने की कगार पर

Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Oct, 2017 02:14 PM

referendum in spain for catalonia

स्पेन के टूटने की संभावना उस समय प्रबल हो गई जब

स्पेन: स्पेन के टूटने की संभावना उस समय प्रबल हो गई जब सरकार के प्रतिबंध के बावजूद स्पेन के उत्तर पूर्व  स्थित कैटालोनिया प्रांत के स्पेन से अलग होने के लिए जनमत संग्रह के लिए आज सुबह से ही यहां विभिन्न मतदान केंद्रों के बाहर लोगों की कतारें लगनी शुरू हो गईं। स्पेन  सरकार ने इस जनमत संग्रह को गैरकानूनी करार देते हुए इस पर प्रतिबंध लगा रखा है। बार्सिलोना बंदरगाह से सिविल गार्ड पुलिस के 30 वाहन, कई अन्य वाहन और बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारियों को लेकर एक ट्रक का काफिला तड़के रवाना हुआ। 
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सरकार ने जनमत संग्रह की कोशिशों को विफल करने के लिए हजारों पुलिसकर्मियों को देश के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया है।  कैटलोनिया के अलगाववादी नेताओं ने कहा है कि केंद्र की सरकार कितनी भी कोशिशें कर ले लेकिन जनमत संग्रह होकर रहेगा। कैटालोनिया के उपराष्ट्रपति ओरियोल जंक्यूरास ने कहा है कि मतदान केंद्रों पर बैलट बॉक्स उपलब्ध होंगे। उन्होंने भरोसा जताया है कि भारी भीड़ वोट देने के लिए उमड़ेगी. स्पेन इस जनमत संग्रह को विवादास्पद मान रहा है जबकि जनमत संग्रह से पहले कैटालोनिया के नेता कार्लस पुजिमोन्ट ने विवाद पर सरकार के साथ मध्यस्थता की बात कहकर चौंका दिया है।
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सरकार ने एक अक्टूबर को स्पेन से अलग होने के लिए जनमत संग्रह कराने की घोषणा की है। कैटेलोनिया की आबादी 75 लाख है और इसकी राजधानी बार्सलोना है। स्पेन के नेतृत्व ने इस जनमत संग्रह को खारिज कर दिया है और दूसरी तरफ़ अदालतों ने भी इसे रोकने को कहा है। कैटेलोनिया स्पेन के सबसे संपन्न इलाक़ों में से एक है। इसका एक हज़ार साल पुराना अलग इतिहास रहा है। स्पेन में गृह युद्ध से पहले इस इलाक़े को स्वायत्तता मिली हुई थी।1939 से 75 के बीच जनरल फ्रांसिस्को फ्रैंको के नेतृत्व में कैटेलोनिया को जो स्वायत्तता मिली थी, उसे ख़त्म कर दिया गया।

जब फ्रैंको की मौत हुई तो कैटेलन राष्ट्रवाद को फिर से हवा मिली और आख़िर में उत्तरी-पूर्वी इलाक़ों को फिर से स्वायत्तता देनी पड़ी। ऐसा 1978 के संविधान के तहत किया गया। 2006 के एक अधिनियम के तहत कैटेलोनिया को और ताक़त दी गई।कैटेलोनिया का वित्तीय दबदबा बढ़ा और उसे एक राष्ट्र के रूप में देखा जाने लगा  लेकिन यह भी बहुत दिनों तक नहीं रहा। स्पेन की संवैधानिक कोर्ट ने 2010 में सारी ताक़त वापस ले ली। 

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