Edited By Isha,Updated: 11 Apr, 2018 02:50 PM
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद दो प्रतिस्पर्धी प्रस्ताव पारित कराने में विफल रही। ये प्रस्ताव सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की जांच करने का तंत्र स्थापित करने और साथ ही युद्धग्रस्त देश में जांच दल से जुड़े हैं।
संयुक्त राष्ट्रः संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद दो प्रतिस्पर्धी प्रस्ताव पारित कराने में विफल रही। ये प्रस्ताव सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की जांच करने का तंत्र स्थापित करने और साथ ही युद्धग्रस्त देश में जांच दल से जुड़े हैं।
सुरक्षा परिषद ने कल तीन अलग प्रस्ताव के मसौदों पर मतविभाजन किया। सुरक्षा परिषद घटना की ‘‘ स्वतंत्र जांच का तंत्र ’’ स्थापित करने में आवश्यक वोट जुटाने में नाकाम रहा। कल पेश किया गया पहला प्रस्ताव अमेरिका का था जिसमें एक साल के लिए नया जांच तंत्र स्थापित होगा। साथ ही रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान होगी। रूस की ओर से वीटो किए जाने के कारण यह प्रस्ताव खारिज हो गया। इसके पक्ष में 12 वोट मिले जबकि बोलिविया और रूस ने इसके खिलाफ वोट दिया और चीन मतदान से दूर रहा।
संयुक्त राष्ट्र में अमरीका की स्थायी प्रतिनिधि निक्की हेली ने मतदान के बाद कहा कि महीने दर महीने रूस और ईरान के पूर्ण समर्थन से असद सरकार इस परिषद में टिकी हुई है। उन्होंने कहा , ‘‘ जब दुमा के लोग बाकी अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ परिषद की ओर कार्रवाई की उम्मीद से देखते हैं तो एक देश राह में रोड़े अटकाता है। इतिहास इसे रिकॉर्ड करेगा। इतिहास इस दिन को रिकॉर्ड करेगा जब रूस ने सीरियाई लोगों की जान के ऊपर एक राक्षस का बचाव करना चुना। संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वैसिली नेबेंजिया ने अपने वीटो के बाद कहा कि अमरीका अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है।