Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jul, 2018 07:31 PM
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने बयान से पलटते हुए कहा है कि 2016 राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप के संबंध में खुफिया एजेंसियों के विश्लेषण पर उन्हें पूरा विश्वास है और हेलसिंकी में रूस के अपने समकक्ष के साथ बैठक के दौरान इस मामले पर...
वाशिंगटन: अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने बयान से पलटते हुए कहा है कि 2016 राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हस्तक्षेप के संबंध में खुफिया एजेंसियों के विश्लेषण पर उन्हें पूरा विश्वास है और हेलसिंकी में रूस के अपने समकक्ष के साथ बैठक के दौरान इस मामले पर उनकी जबान फिसल गई थी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान अमरीकी खुफिया एजेंसियों के विश्लेषण का समर्थन नहीं करने पर ट्रम्प की विपक्ष सहित उनकी पार्टी ने भी आलोचना की थी।
ट्रंप ने पहली बार स्वीकारी अपनी गलती
अपने राष्ट्रपति कार्यकाल में संभवत: पहली बार गलती स्वीकार करते हुए ट्रम्प ने कहा कि पुतिन के साथ शिखर सम्मेलन के बाद सोमवार को जब वह लौटे तो उन्होंने ‘‘महसूस किया कि 2016 के अमरीकी चुनावों में रूस के हस्तक्षेप के बारे में अपने बयान पर स्पष्टीकरण की जरूरत है।’’ हेलसिंकी में राष्ट्रपति पुतिन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान 2016 के अमरीकी चुनावों में रूस के हस्तक्षेप पर अमरीकी खुफिया समुदाय के निष्कर्ष का समर्थन नहीं करने के लिए ट्रम्प को विपक्ष के साथ ही रिपब्लिकन पार्टी की भी आलोचना झेलनी पड़ी जिसके बाद वह बयान से पलट गए।
अमरीकी खुफिया एजेंसियों पर पूरा विश्वास: ट्रंप
व्हाइट हाउस में ट्रम्प ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे अमरीका की महान खुफिया एजेंसियों पर हमेशा से पूरा विश्वास है। हालांकि मुझे पूरा विश्वास है कि रूसी कृत्यों का राष्ट्रपति चुनावों के नतीजों पर कोई असर नहीं पड़ा, मैं यह स्पष्ट करना चाहूंगा...मैंने कई बार कहा है, मैं अपने खुफिया समुदाय के निष्कर्ष को स्वीकार करता हूं कि रूस ने 2016 चुनावों में हस्तक्षेप किया था।’’
पुतिन के साथ संवाददाता सम्मेलन में ट्रम्प ने कहा था कि रूस ने 2016 राष्ट्रपति चुनावों में कोई हस्तक्षेप नहीं किया था। उन्होंने कहा था, ‘‘मुझे ऐसा कोई कारण नजर नहीं आता’’ कि रूस अमरीकी चुनाव में हस्तक्षेप क्यों करेगा। व्हाइट हाउस में अपने इस बयान पर सफाई देते हुए ट्रम्प ने कहा कि उनकी जबान फिसल गई थी और वह ‘‘क्यों’’ की जगह ‘‘क्यों नहीं’’ कहना चाहते थे। अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैंने कई मौकों पर खुफिया एजेंसियों की उन रिपोर्टों का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने अमेरिकी चुनाव में रूसी हस्तक्षेप की बात कही थी।’’