Edited By Tanuja,Updated: 01 Apr, 2021 05:06 PM
अमेरिका के विदेश मंत्रालय द्वारा मानवाधिकारों पर प्रकाशित 200 देशों की रिपोर्ट में कई हैरानी जनक तथ्य पेश किए हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार मानवाधिकारों के हनन को लेकर इन 200 देशों में से
वाशिंगटन: अमेरिका के विदेश मंत्रालय द्वारा मानवाधिकारों पर प्रकाशित 200 देशों की रिपोर्ट में कई हैरानी जनक तथ्य पेश किए हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार मानवाधिकारों के हनन को लेकर इन 200 देशों में से सबसे ज्यादा गंभीर हालत चीन, पाकिस्तान और रूस की है। रिपोर्ट में पाकिस्तान में मानवाधिकारों की खराब स्थिति को विस्तार से बताया गया है कि किस तरह पाकिस्तान में गैरकानूनी और मनमाने तरीके से पश्तून, सिंधी, बलूच और अल्पसंख्यकों का अपहरण और हत्याएं की जा रही हैं।
रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया है कि ऐसे मामलों में पाकिस्तान सरकार अपनी कोई जिम्मेदारी नहीं मानती है और अपराधियों को सजा भी नहीं दी जा रही है। हिंसा में विदेशी आतंकवादियों का भी हाथ है। पश्तून, सिंधी, बलूच समुदाय के लोग लंबे समय से गायब हैं। प्रेस की स्वतंत्रता सीमित है और पत्रकारों को धमकियां दी जाती हैं । इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद अमेरिका के मानवाधिकार कमिश्नर जॉनी मूर ने पाकिस्तान में महिला दिवस पर औरत मार्च निकालने पर पुलिस और अदालत के द्वारा ईशनिंदा कानून के तहत कार्रवाई को गलत बताया है। अमेरिका ने कहा है कि इस कार्रवाई को वापस लिया जाए।
बता दें कि रिपोर्ट पेश होने के फौरन बाद अमेरिका ने चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिमों के खिलाफ चीनी अधिकारियों की कार्रवाई को नरसंहार घोषित किया है। अमेरिका ने कहा है कि शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों को मनमाने तरीके से जेल में डाला जा रहा है। यहां दस लाख लोग यातना शिविरों में हैं। उन्हें तरह-तरह से यातना दी जा रही है। जबरन काम कराया जा रहा है और यौन शोषण तक किया जा रहा है। धार्मिक और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी नहीं है।