Edited By ,Updated: 17 Feb, 2017 03:53 PM
अपने पैर जमाने के लिए संघर्ष कर रहे नए अमरीकी प्रशासन को झटका देते हुए वाइस एडमिरल रॉबर्ट हार्वर्ड...
वॉशिंगटन:अपने पैर जमाने के लिए संघर्ष कर रहे नए अमरीकी प्रशासन को झटका देते हुए वाइस एडमिरल रॉबर्ट हार्वर्ड ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनने की पेशकश ठुकरा दी। उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन ‘‘मेरी जरूरतों को पेशेवर एवं व्यक्तिगत रूप दोनों तरह से पूरा कर रहा था और इसकी वजह(पद ठुकराने की)पूरी तरह से व्यक्तिगत है।’’
हार्वर्ड ने कल शाम कहा,‘‘मैं 40 साल तक सेना में रहने के बाद आखिरकार एेसी स्थिति में हूं जब व्यक्तिगत समय का लुत्फ उठा सकूं।’’यह पूछेे जाने पर कि क्या उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में अपने खुद के कर्मचारी लाने का अनुरोध किया था, हार्वर्ड ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इस पर ध्यान देने का काम राष्ट्रपति का है।’’अधिकारियों ने कहा कि जनरल माइकल फ्लिन के इस्तीफा देने के बाद उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के टी मैकफारलैंड राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में बने हुए हैं।मैकफारलैंड फॉक्स न्यूज के पूर्व विश्लेषक हैं।
पेशकश स्वीकार करने पर हार्वर्ड फ्लिन की जगह ले लेते। फ्लिन ने अमरीकी प्रशासन में बदलाव के दौरान रूसी राजदूत के साथ(रूस पर लगे)प्रतिबंधों पर चर्चा को लेकर उपराष्ट्रपति माइक पेंस को गुमराह करने का खुलासा होने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था।पूर्व अमरीकी नेवी सील हार्वर्ड जनरल जेम्स मैटिस के अधीन अमरीकन सेंट्रल कमांड के उप कमांडर रह चुके हैं। मैटिस अब देश के रक्षा मंत्री हैं। हार्वर्ड (तत्कालीन)राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के प्रशासन में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सेवा दे चुके हैं और उन्होंने राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र की शुरूआत की थी।