Edited By Tanuja,Updated: 20 Jul, 2021 03:20 PM
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बीच तालिबान का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। लंबे वक्त से यहां सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच संघर्ष चल ...
काबुलः अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बीच तालिबान का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। लंबे वक्त से यहां सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच संघर्ष चल रहा है। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मंगलवार सुबह राष्ट्रपति भवन पर हुए रॉकेट हमले ने सबके रौंगटे खड़े कर दिए। हमला उस वक्त हुआ जब राष्ट्रपति अशरफ गनी बकरीद की नमाज में हिस्सा ले रहे थे।
अफगानिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय समयानुसार यह हमला सुबह 8 बजे के करीब हुआ। जिस जगह हमला हुआ वहां से राष्ट्रपति भवन बेहद करीब है। माना जा रहा है कि हमले का निशाना अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी हो सकते थे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति भवन और ग्रीन जोन के आसपास के इलाके में तीन रॉकेट दागे गए। मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि अफगान की राजधानी काबुल के राष्ट्रपति भवन के पास कम से कम तीन रॉकेट से हमला बोला गया। ईद की नमाज के वक्त राष्ट्रपति भवन के पास काबुल में बाग-ए-अली मर्दन, चमन-ए-होजोरी क्षेत्रों में और मनाबे बशारी क्षेत्र में रॉकेट से हमला किया गया।
बता दें कि करीब दो दशक तक अफगानिस्तान में रहने के बाद अमेरिकी सेना स्वदेश लौट चुकी है, जिसके बाद से तालिबान तेजी से कब्जा करता जा रहा है। अमेरिकी और नाटो सैन्य टुकड़ियों की रवानगी के साथ ही खबरें आने लगीं कि जिस तालिबान को खत्म करने के लिए अमेरिका ने पश्चिमी देशों के साथ मिलकर युद्ध लड़ा, वह फिर अफगानिस्तान के कई हिस्सों में अपना कब्जा जमाना शुरू कर चुका है।