Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Apr, 2018 11:15 PM
अमरीकी नेतृत्व में ब्रिटेन और फ्रांसीसी सेनाओं ने सीरिया सरकार पर अपने नागरिकों पर कथित रासायनिक हमले किए जाने का आरोप लगाते हुए शनिवार तड़के कई हवाई हमले किए। रूस ,चीन समेत कई देशों ने पश्चिमी देशों के...
वाशिंगटन : अमरीकी नेतृत्व में ब्रिटेन और फ्रांसीसी सेनाओं ने सीरिया सरकार पर अपने नागरिकों पर कथित रासायनिक हमले किए जाने का आरोप लगाते हुए शनिवार तड़के कई हवाई हमले किए। रूस ,चीन समेत कई देशों ने पश्चिमी देशों के इस कदम की कड़ी आलोचना की है। रूस ने हवाई हमले की कड़ी आलोचना की है और पश्चिमी देशों के इस कदम को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार दिए जाने के लिए सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाने की मांग की है।
रूस ने यह भी कहा है कि अमरीकी नीत पश्चिमी सेनाओं के हमले से सीरिया में आम लोगों की त्रासदी और बढ़ेगी और यह मानवता के खिलाफ कदम है। चीन ने हमलों की घोर निंदा करते हुए कहा है कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून का घोर उल्लंघन है। इस बीच सीरियाई सेना ने कहा है कि उसने हमलों का माकूल जबाव दिया है और इस तरह के हमले से सीरियाई नागरिकों के हौसले पस्त नहीं हो सकते। सीरिया में लोगों ने हवाई हमलों के खिलाफ देश और रूस के झंड़े लेकर चौराहों पर प्रदर्शन किए और हमलावार देशों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
अमरीका और उसके सहयोगी देशों का दावा है कि सीरिया की तानाशाह सरकार अपने नागरिकों पर रासायनिक हमले कर रही है और इसे रोकने और राष्ट्रपति बशर अल-असर को सबक सिखाने के उद्देश्य से ये हमले किए गए। पश्चिमी सेनाओं ने चेतावनी दी है कि अगर सीरियाई सरकार ने रासायनिक हमले नहीं रोके तो उस पर दोबारा हमले किए जा सकते हैं।