Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Mar, 2018 01:52 PM
साइबेरिया के केमेरोवो शहर में स्थित शॉपिंग मॉल में लगी आग में 64 लोग मारे गए। इस हादसे के बाद कई वीडियो सामने आए हैं। एक 11 साल के बच्चे का भी वीडियो वायरल हो रहा है। आग लगने पर बच्चा मंजिल की चौथी खिड़की से बाहर कूदता नजर आ रहा है। हालांकि बच्चा आग...
मॉस्कोः साइबेरिया के केमेरोवो शहर में स्थित शॉपिंग मॉल में लगी आग में 64 लोग मारे गए। इस हादसे के बाद कई वीडियो सामने आए हैं। एक 11 साल के बच्चे का भी वीडियो वायरल हो रहा है। आग लगने पर बच्चा मंजिल की चौथी खिड़की से बाहर कूदता नजर आ रहा है। हालांकि बच्चा आग से तो बच गया लेकिन वह कोमा में चला गया। 11 वर्षीय सर्गे मॉसकालेंको की दादी ने बताया कि पोते के साथ उसके माता-पिता मॉल में हैट खरीदने गए थे। परिजन बच्चे को प्ले एरिया में छोड़ शॉपिग करने चले गए लेकिन इसी दौरान आग लग गई। बच्चे ने बचने के लिए चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। जिस समय उसने छलांग लगाई तब धुएं का गुब्बार छाया हुआ। शायद उसे तब ऊंचाई का भी अंदाजा नहीं होगा।
खिड़की से कूदते हुए वह वहां लगे माउंटेड लैंप से टकरा गया और फिर जमीन पर पेट के बल आकर गिरा। बच्चे की चिल्लाने की आवाज सुन लोग उस तरफ आए। बच्चे को जब तक अस्पताल ले जाया गया वह होश में था और उसने डॉक्टरों को अपना नाम भी बताया और कहा कि उसके माता-पिता मॉल में फंसे हुए हैं। इसके बाद वह बेहोश हो गया। सर्गे की हालात गंभीर बनी हुई है। उसके हार्ट, फेफड़े और किडनी पर भी इसका असर पड़ा। डॉक्टर का कहना है कि अगर बच्चा बच जाता है तो यह एक तरह से चमत्कार ही होगा। सर्गे के माता-पिता इस अग्निकांड में मौत हो गई है। अब उसकी दादी ही परिवार में बची है।
दादी अब अपने पोते के बचने की दुआएं मांग रही है लेकिन उसे यह भी गम सता रहा है कि वो कैसे सर्गे को उसके माता-पिता की मौत की खबर सुनाएगी। वहीं एक अन्य परिवार ने इस अग्निकांड में अपनी तीन बच्चियों को खो दिया। बच्चियां अपने पिता अलेक्सेंडर के साथ मॉल में गई थीं। तीनों मॉल के टॉप फ्लोर पर पॉपकॉर्न खाते हुए शेरलॉक होम्स कार्टून देख रही थीं। तभी उनकी एक बेटी ने फोन किया कि यहां काफी धुआं हो रहा है। अलेक्सेंडर जैसे ही ऊपर पहुंचे वहां काफी आग थी और धुआं के कारण वह अंदर नहीं जा सका। उसने बचावकर्मियों से बच्चों की मदद की गुहार लगाई लेकिन तब सभी तरफ अफरा-तफरी मची हुई थी। कर्मियों ने उन्हें दूसरे तरफ जाने को कहा। अलेक्सेंडर ने कहा अगर बचावकर्मी उनकी गुहार सुन लेेते तो उनकी बच्चियां बच जातीं लेकिन अब वह उन्होंने कभी नहीं देख पाएगा।