Edited By Tanuja,Updated: 15 Apr, 2018 10:41 AM
अमरीका, फ्रांस और ब्रिटेन द्वारा सीरिया परकिए गए मिसाइल हमलों के बाद रूस खुले तौर पर सीरिया के पक्ष में आ खड़ा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गृह युद्ध की आग में झुलस रहे सीरिया को अमरीका और उसके सहयोगी देशों के हमले से बचाने की योजना रूस ने...
मॉस्कोः अमरीका, फ्रांस और ब्रिटेन द्वारा सीरिया पर किए गए मिसाइल हमलों के बाद रूस खुले तौर पर सीरिया के पक्ष में आ खड़ा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गृह युद्ध की आग में झुलस रहे सीरिया को अमरीका और उसके सहयोगी देशों के हमले से बचाने की योजना रूस ने 18 महीने पहले ही बना ली थी जिस कारण अमरीका, फ्रांस और ब्रिटेन के हमले से सीरिया को कोई खास नुकसान नहीं हुआ। इन देशों की ओर से शनिवार को सीरिया पर 103 मिसाइलें दागी गईं, जिनमें से सीरिया ने 71 मिसाइलों को सफलतापूर्वक मार गिराया।
अमरीका द्वारा सीरिया पर रासायनिक हमले के जवाब में किए गए हवाई हमले में किसी के मारे जाने की भी खबर नहीं है. हालांकि सीरिया के होम्स में तीन लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है. शनिवार को रूसी जनरल स्टाफ के मुख्य ऑपरेशन्स डिपार्टमैंट के प्रमुख कर्नल जनरल सर्गेई रुडस्कोई ने कहा कि सीरिया ने अमरीका, फ्रांस और ब्रिटेन की क्रूज मिसाइलों को मार गिराने के लिए जिन एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल किया, उनमें S-125, S-200, बक क्वाड्रेट, ओसा एयर डिफेंस सिस्टम शामिल हैं।
इन सीरियाई एयर डिफेंस सिस्टम को रूस की मदद से तैयार किया गया है।रूस पहले से ही जानता था कि अमरीका और उसके सहयोगी देश सीरिया पर हमला कर सकते हैं, जिसके चलते उसने सीरिया को एयर डिफेंस सिस्टम और हथियार मुहैया कराना शुरू कर दिया था।रूसी जनरल के मुताबिक रूस पिछले 18 महीने से सीरिया को एयर डिफेंस सिस्टम और हथियार उपलब्ध करा रहा है।साथ ही इसको लगातार जारी रखे हुए है।