युद्ध संकटः रूसी सेना ने यूक्रेन में आश्रय स्थल बने स्कूल पर की बमबारी, मारियुपोल के भीतरी क्षेत्र तक घुसे सैनिक

Edited By Tanuja,Updated: 20 Mar, 2022 04:03 PM

russian troops bombed school where 400 took refuge

यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल के अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना ने उस कला स्कूल पर बमबारी की है जिसमें कम से कम 400...

 इंटरनेशनल डेस्कः  यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल के अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना ने उस कला स्कूल पर बमबारी की है जिसमें कम से कम 400 लोगों ने शरण ली हुई थी। स्थानीय अधिकारियों ने रविवार को कहा कि स्कूल की इमारत तबाह हो गयी है और मलबे में लोग दबे हो सकते हैं। अभी यह जानकारी नहीं मिल सकी है कि इसमें कोई हताहत हुआ है अथवा नहीं। रूसी बलों ने बुधवार को मारियुपोल में एक थिएटर पर भी बमबारी की थी, जिसमें आम नागरिक शरण लिए हुए थे। उन्होंने बताया कि 130 लोगों को निकाला गया था और कुछ लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। 


 
चारों ओर से घिरे लोगों ने मदद मांगी
रूसी सेना से चारों ओर से घिरे और युद्ध से सबसे अधिक प्रभावित यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल में रूस के सैनिक और भीतरी क्षेत्र तक प्रवेश कर गए हैं। मारियुपोल में भीषण लड़ाई के कारण एक प्रमुख इस्पात संयंत्र को बंद कर दिया गया है और स्थानीय अधिकारियों ने पश्चिमी देशों से और अधिक मदद की गुहार लगाई है। मारियुपोल के पुलिस अधिकारी माइकल वर्शनिन ने पश्चिमी नेताओं को संबोधित एक वीडियो में आस पास सड़क पर मलबे बिखरे दृश्य को दिखाते हुए कहा, ‘‘बच्चे, बुजुर्ग मर रहे हैं। शहर को नष्ट कर दिया गया है और धरती से इसका नामो निशान मिटा दिया गया है।'' ‘

 

रूसी सेनाओं ने  मारियुपोल का संपर्क अजोव सागर से काटा
द न्यूयॉर्क टाइम्स' से यूक्रेन के एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि पिछले दिनों दक्षिणी शहर मायकोलाइव में हुए एक रॉकेट हमले को लेकर जानकारी भी सामने आनी शुरू हो गई है, जिसमें 40 नौसैनिक मारे गए थे। रूसी सेनाओं ने पहले ही मारियुपोल का संपर्क अजोव सागर से काट दिया है। यूक्रेन के गृह मंत्री के सलाहकार वादिम देनिसेंको ने कहा कि यूक्रेन और रूसी सेना ने मारियुपोल में अजोवस्टल लौह संयंत्र को लेकर लड़ाई लड़ी। देनिसेंको ने टेलीविजन पर कहा, ‘‘यूरोप में सबसे बड़े धातुकर्म संयंत्रों में से एक वास्तव में नष्ट हो रहा है।'' मारियुपोल नगर परिषद ने इसके कुछ समय बाद दावा किया कि रूसी सैनिकों ने शहर के हजारों निवासियों ज्यादातर महिलाओं और बच्चों को रूस में जबरन स्थानांतरित कर दिया।

 

युद्ध में रूसी सैनिकों की मौत के आंकड़े में भिन्नता
युद्ध में रूसी सैनिकों की मौत के आंकड़े में भिन्नता है लेकिन एक अनुमान के मुताबिक इस युद्ध में रूस के हजारों सैनिक मारे गए हैं। 2008 में जॉर्जिया के साथ युद्ध के दौरान पांच दिनों की लड़ाई में रूस के 64 सैनिकों की जान गई थी। अफगानिस्तान में 10 वर्षों में लगभग 15,000 और चेचन्या में लड़ाई के वर्षों में 11,000 से अधिक रूसी सैनिक मारे गए। रूसी सेना ने शनिवार को कहा कि उसने युद्ध में पहली बार अपनी नवीनतम हाइपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल किया। मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने कहा कि किंजल मिसाइलों ने इवानो-फ्रैंकिवस्क के पश्चिमी क्षेत्र में यूक्रेन की मिसाइलों और विमान से दागे जाने वाले गोला-बारूद के एक भूमिगत गोदाम को नष्ट कर दिया।  


पोलैंड में यूक्रेनी शरणार्थियों को नए जीवन के लिए मिले पहचानपत्र 
 यूक्रेन में युद्ध से बचकर भागने के बाद कुछ सामान्य स्थिति बहाल होने की उम्मीद में, हजारों शरणार्थी शनिवार को पोलैंड की राजधानी वारसॉ में लंबी कतारों में खड़े थे ताकि वे कम से कम अभी के लिए पहचान पत्र प्राप्त कर सकें। शरणार्थियों ने प्रतिष्ठित पीईएसईएल पहचान पत्र प्राप्त करने के लिए वारसॉ के नेशनल स्टेडियम में रात में ही कतार में लगना शुरू कर दिया था। यह पहचानपत्र उन्हें अगले 18 महीनों के लिए काम करने, रहने, स्कूल जाने और चिकित्सा देखभाल या सामाजिक लाभ प्राप्त करने की अनुमति देगा। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 24 फरवरी को रूस पर यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से 33 लाख लोग देश छोड़कर चले गए गए हैं। पोलैंड के अलावा हंगरी, स्लोवाकिया, मोल्दोवा और रोमानिया में भी सैकड़ों लोग गए हैं।  

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