रूस ने लिया संकल्प, राजनयिकों के निष्कासन का देगा जवाब

Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Mar, 2018 11:12 PM

russias resolution will give answers to the removal of diplomats

रूस के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को संकल्प लिया कि अमरीका और कनाडा द्वारा उसके राजनयिकों के निष्कासन का वहजवाब देगा। गौरतलब है कि ब्रिटेन में पूर्व जासूस पर नर्व एजेंट के हमले में रूस की कथित संलिप्तता का आरोप लगने के बाद अमरीका और कनाडा ने उसके...

मास्को: रूस के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को संकल्प लिया कि अमरीका और कनाडा द्वारा उसके राजनयिकों के निष्कासन का वहजवाब देगा।गौरतलब है कि ब्रिटेन में पूर्व जासूस पर नर्व एजेंट के हमले में रूस की कथित संलिप्तता का आरोप लगने के बाद अमरीका और कनाडा ने उसके राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है।

इसके अलावा यूरोपीय संघ के 14 देशों और यूक्रेन ने भी ऐसा करने के संकेत दिए हैं। कनाडा ने सोमवार को रूस के चार राजयनिकों के निष्कासन का आदेश दिया और तीन अन्य को परिचय पत्र देने से इनकार कर दिया। विदेश मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने कहा कि उन्होंने यह कदम ब्रिटेन के साथ एकजुटता दिखने के लिए उठाया है।

इससे पहले अमरीका ने सोमवार को रूस के 60 राजनयिकों को खुफिया अधिकारी बताते हुए निष्कासित कर दिया। इसके साथ ही अमरीका ने सिएटल स्थित रूस के वाणिज्य दूतावास को बंद करने का भी आदेश दिया है।

शीत युद्ध की यादें ताजा कर दी अमरीका ने 
अमरीका के इस फैसले ने शीत युद्ध की यादें ताजा कर दी हैं। निष्कासित राजनयिकों में से लगभग 12 संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थायी मिशन में पदस्थ हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सेंडर्स ने कहा कि आज राष्ट्रपति डोनाल्ड जे ट्रंप ने अमरीका से रूस के लगभग दर्जनभर खुफिया अधिकारियों को निष्कासित करने का आदेश दिया। इसके अलावा सिएटल में रूसी वाणिज्य दूतावास को बंद करने का भी आदेश दिया क्योंकि यह हमारे पनडुब्बी और बोइंग के अड्डों के करीब है।

खुफिया एजेंसियों से जुड़े सभी रूसी राजनयिकों और उनके परिवार को देश छोडऩे के लिए सात दिन का वक्त दिया गया है। इधर, रूस के विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा कि रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने के यूरोपीय संघ और नाटो के कुछ देशों के फैसले पर हम निर्णयात्मक विरोध जताते हैं। मास्को ने इसे  उकसावे वाला कदम बताया।

ब्रिटेन के अधिकारियों को खुश करने के लिए किया गया निष्कासन का  फैसला
मास्को ने संकल्प लिया कि इस समूह के देशों के इस गैर मित्रवत कदम को यूं ही नहीं जाने दिया जाएगा, हम इसका जवाब देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन देशों ने निष्कासन का फैसला लिया है उन्होंने ऐसा ब्रिटेन के अधिकारियों को खुश करने के लिए किया है और जो हुआ उसकी परिस्थितियों को देखने की जहमत नहीं उठाई।

ब्रिटेन के अधिकारियों ने लगाए बेबुनियाद आरोप
मास्को ने कहा ब्रिटेन के अधिकारियों ने उस पर बेबुनियाद आरोप लगाए और पूर्वाग्रही, पक्षपातपूर्ण तथा पाखंडी रूख अपनाया। जासूस को जहर देने के मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिले प्रतिसाद की ब्रिटेन ने प्रशंसा की। विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन ने ट्वीट किया कि आज हमारे सहयोगियों की ओर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभूतपूर्व प्रतिसाद मिला। यह इतिहास में रूसी खुफिया अधिकारियों का अब तक का सबसे बड़ा सामूहिक निष्कासन है। इससे हमारी साझा सुरक्षा का बचाव होगा।

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!