Edited By Tanuja,Updated: 11 Feb, 2019 11:06 AM
पाकिस्तान इस वक्त बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है और इमरान खान सरकार की प्रमुख चिंता मुद्रा की कमी है। ऐसे में पाक को दोस्त सऊदी अरब से बड़ी मदद मिल रही है...
इस्लामाबादः पाकिस्तान इस वक्त बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है और इमरान खान सरकार की प्रमुख चिंता मुद्रा की कमी है। ऐसे में पाक को दोस्त सऊदी अरब से बड़ी मदद मिल रही है। एएफपी के अनुसार, सऊदी अरब ने इस मुश्किल वक्त में पाकिस्तान को एक बहुत बड़ा निवेश पैकेज देने का फैसला किया है। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और उनके कई महत्वपूर्ण सहयोगी जल्द ही इस्लामाबाद का दौरा करेंगे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद इमरान खान अब तक 2 बार रियाद सहित कई मुस्लिम देशों का दौरा कर चुके हैं जिनमें कतर और तुर्की भी शामिल हैं।
आर्थिक संकट सुधारने के लिए चीन से भी मदद लेने की कोशिश की जा रही है। चीन के महत्वाकांक्षी प्रॉजेक्ट चाइना-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर का महत्वपूर्ण केंद्र ग्वादर पोर्ट है। अरब सागर के पास स्थित ग्वादर पोर्ट में सऊदी अरब 10 बिलियन डॉलर का बड़ा निवेश रिफाइनरी और तेल कॉम्प्लेक्स में करने जा रहा है। चीन और पाकिस्तान के लिए यह ग्वादर पोर्ट रणनीतिक तौर पर भी काफी महत्वपूर्ण है। भारत-ईरान के चाबहार पोर्ट से ग्वादर पोर्ट ज्यादा दूर नहीं है। चाबहार पोर्ट के जरिए चारों तरफ जमीन से घिरे (लैंडलॉक्ड स्टेट) देश अफगानिस्तान के जरिए भारत के लिए एक नया मार्ग खुल रहा है। साथ ही इस मार्ग के खुलने के बाद भारत को पाकिस्तान के रास्ते गुजरने की जरूरत नहीं होगी।
रियाद का पाकिस्तान में निवेश अर्थव्यवस्था को गति देने के लिहाज से दीर्घकालिक है। सऊदी अरब का यह निवेश फरवरी से शुरू हो सकता है। वैश्विक स्तर पर भी पाकिस्तान के लड़खड़ाते आर्थिक हालात और कमजोर शेयरों को रियाद के बड़े निवेश से मदद मिल सकती है। मिडिल ईस्ट में सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात पाकिस्तान के सबसे बड़े सहयोगी हैं। दोनों ही देशों ने पाकिस्तान के पीएम को 30 बिलियन डॉलर की आर्थिक मदद निवेश और कर्ज के तौर पर देने का प्रस्ताव दिया है।