Edited By Tanuja,Updated: 11 May, 2020 04:23 PM
सऊदी अरब ने कोरोना वायरस महामारी और तेल कीमतों में गिरावट से अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान के कारण बुनियादी व...
दुबईः सऊदी अरब ने कोरोना वायरस महामारी और तेल कीमतों में गिरावट से अर्थव्यवस्था को हुए नुकसान के कारण बुनियादी वस्तुओं पर Tax को तीन गुना कर उन्हें 15 प्रतिशत तक करने का फैसला किया है। इसके अलावा प्रमुख परियोजनाओं पर खर्च में करीब 26 अरब डॉलर की कटौती की है। सऊदी अरब के वित्त मंत्री के मुताबिक वहां के नागरिकों को 2018 से शुरू हुआ निर्वाह व्यय भत्ता भी नहीं मिलेगा। सउदी प्रेस एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक देश में कोराना वायरस के 1912 नए मामले सामने आने के बाद यहां कुल संक्रमितों की संख्या 39048 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद अल अबदुलाई ने संवाददाताओं को बताया कि रविवार को 7 अन्य लोगों की मौत के साथ ही कोरोना संक्रमण से मरने वालों को आंकड़ा 246 हो गया है जबकि 143 मरीजों की हालत गंभीर है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से अपनी कोई भी वस्तु किसी अन्य को नहीं देने के साथ एहतियात बरतने और परिवार के सदस्यों के बीच भी सामाजिक दूरी बनाए रखने का आग्रह किया है। परिवहन मंत्रालय के प्रवक्ता यासिर अल मुसफिर ने सुरक्षा अधिकारियों के साथ सहयोग करने की अपील की है। इसके अलावा विदेशों में सउदी प्रवासियों की वापसी के लिए पांच हवाई अड्डों को खोला गया है।
गौरतलब है कि अर्थव्यवस्था के विविधीकरण के प्रयासों के बावजूद सऊदी अरब राजस्व के लिए तेल पर बहुत अधिक निर्भर है। ब्रेंट क्रूड इस समय करीब 30 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर है। कीमत का यह स्तर सऊदी अरब के अपने खर्च को पूरा करने के लिए काफी कम है। इसके अलावा कोरोना वायरस महामारी के चलते लागू लॉकडाउन के कारण मुस्लिम तीर्थस्थल मक्का और मदीना की यात्रा भी बंद है। इससे राजशाही को राजस्व का नुकसान हो रहा है। साथ ही अनुमान जताया जा रहा है कि इस साल सऊदी अरब के पड़ोसी देश भी अपने नागरिकों पर ऊंचे कर लगा सकते हैं।