Edited By Tanuja,Updated: 21 Oct, 2018 06:37 PM
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के आलोचक रहे पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी की तरफ से अब नया बयान जारी किया गया है। सऊदी अरब के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुमनामी की शर्त पर खशोगी की हत्या की साजिश और उनके शव को...
दुबईः सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के आलोचक रहे पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी की तरफ से अब नया बयान जारी किया गया है। सऊदी अरब के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुमनामी की शर्त पर खशोगी की हत्या की साजिश और उनके शव को ठिकाने लगाने की कहानी का पर्दाफाश किया है। इस वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि 15 लोगों की टीम खशोगी से आमने-सामने पूछताछ के लिए भेजी गई थी।
2 अक्टूबर को इन्हीं लोगों ने खशोगी से सवाल-जवाब शुरू किए और फिर उन्हें किडनैप करने और जान से मारने की धमकी दी। पत्रकार के विरोध जताने के बाद उनकी गला रेतकर हत्या कर दी गई और फिर उन्हीं 15 लोगों में से एक खशोगी के कपड़े पहनकर दूतावास से बाहर निकल गया। खशोगी की हत्या की बात सऊदी अरब ने पहले 2 सप्ताह तक नहीं स्वीकार की थी। हालांकि, 2 अक्टूबर को आखिरी बार देखे गए खशोगी की हत्या होने की बात आखिरकार सऊदी ने स्वीकार ली।
पहले शनिवार की सुबह सऊदी की तरफ से झड़प में मारे जाने की बात कही, लेकिन एक घंटे बाद ही पत्रकार की गला रेतकर हत्या करने की बात कही। तुर्की की जांच एजेंसियों का दावा है कि खशोगी के शव को क्षत-विक्षत कर नष्ट कर दिया गया। सऊदी अरब का कहना है कि खशोगी के शव को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया और उसे एक बोरे जैसी चीज में लपेटकर स्थानीय सफाईकर्मी को नष्ट करने के लिए दे दिया गया। हालांकि, खशोगी को यातना देने और गला काटने की खबरों पर स्थानीय अधिकारी ने कहा कि अब तक की जांच में ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं।