Edited By Tanuja,Updated: 21 Apr, 2018 10:22 AM
हीरे को लेकर वैज्ञानिकों ने नया अविष्कार किया है। दरअसल प्रकृति में पाए जाने वाले सभी तत्वों में हीरा सबसे ज्यादा कठोर और मजबूत होता है। इसकी एक खासियत इसकी भंगुरता (जल्द टूटने वाला) भी है यानी इसे खींचा नहीं जा सकता...
मेलबर्नः हीरे को लेकर वैज्ञानिकों ने नया अविष्कार किया है। दरअसल प्रकृति में पाए जाने वाले सभी तत्वों में हीरा सबसे ज्यादा कठोर और मजबूत होता है। इसकी एक खासियत इसकी भंगुरता (जल्द टूटने वाला) भी है यानी इसे खींचा नहीं जा सकता। खींचने के लिए बाहरी बल का इस्तेमाल करने पर यह टूट जाता है।
वैज्ञानिकों ने पहली बार सुई की आकार के हीरे के टुकड़ों को रबर की तरह खींचने में सफलता हासिल की है। यही नहीं, फैलने के बाद यह बिना टूटे अपने पुराने आकार में लौट आया। मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों का कहना है कि इस खासियत के साथ हीरे के प्रयोग से कई उपयोगी उपकरण बनाए जा सकते हैं।
वैज्ञानिक डेनियल बर्नाउली ने कहा, 'सुई की आकार वाले इस हीरे को करीब नौ फीसदी तक मोड़ा जा सकता है। जबकि सामान्य हीरे में एक फीसदी से भी कम खिंचाव होता है। ' शोधकर्ताओं ने कैमिकल वेपर डिपोजिशन प्रोसेस का इस्तेमाल कर हीरे को मोड़ा।इस प्रक्रिया का इस्तेमाल उच्च गुणवत्ता वाले ठोस सामान के निर्माण में किया जाता है।
हीरे में होने वाले झुकाव को स्कैनिंग इलेक्ट्रॉनिक माइक्रोस्कोप से मापा गया। इलास्टिक की तरह खींचने के बाद हीरे के थर्मल, ऑप्टिकल, चुंबकीय, इलेक्टि्रक, इलेक्ट्रॉनिक और रसायनिक गुणों में बदलाव आता है। इनका इस्तेमाल सेंसर, डाटा संग्रह करने या दवाओं को शरीर में पहुंचाने के लिए बनाए जाने वाले उपकरणों में किया जा सकता है।