Edited By Tanuja,Updated: 30 Mar, 2020 08:33 PM
चीन में बने सामान की गुणवत्ता को लेकर अक्सर दुनिया भर में सवाल उठते रहते हैं। कोरोना महासंकट के बीच भी चीन अपनी घटिया हरकतों से बाज नहीं आ रहा है ...
एम्सटर्डमः चीन में बने सामान की गुणवत्ता को लेकर अक्सर दुनिया भर में सवाल उठते रहते हैं। कोरोना महासंकट के बीच भी चीन अपनी घटिया हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और अपना घटिया माल दूसरे देशों को बेच रहा है। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस से जंग के लिए नीदरलैंड सरकार ने चीन से 6 लाख मास्क मंगाए लेकिन ये सभी बेकार निकले। नीदरलैंड की सरकार ने अब इसे लौटाने का फैसला किया है। इस फैसले से भी नीदरलैंड सरकार की मुश्किल कम नहीं होने जा रही है क्योंकि ये बेकार मास्क कोरोना से जंग लड़ रहे अस्पतालों को बांट दिए गए। लेकिन इनकी गुणवत्ता इतनी खराब थी कि नीदरलैंड सरकार को इन्हें लौटाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
नीदरलैंड चीन को मॉस्क लौटाने वाला 5वां देश बन गया है। इससे पहले स्पेन, तुर्की, यूक्रेन और चेक गणराज्य भी चीन को मॉस्क लौटा चुके हैं। इस महामारी की विनाशलीला झेल रहे स्पेन ने कोरोना वायरस की तेजी से जांच के लिए चीन से जांच किट खरीदे लेकिन वे कोरोना पॉजिटिव मरीजों को डिटेक्ट ही नहीं कर पा रहे थे। चीनी जांच किटों ने ऐसे समय पर स्पेन को धोखा दिया है जब यह यूरोपीय देश दुनिया में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस प्रभावित है। इलके बाद डच सरकार ने गुणवत्ता मानकों को पूरा करने में विफल रहने के बाद चीन से आयातित 1.3 मिलियन मॉस्क में से लगभग 600,000 मॉस्क को वापस लेने का आदेश दिया है। नीदरलैंड में जांच में पता चला कि FFP2 मास्क पूरी तरह से चेहरे को नहीं ढंकता है और इसमें लगा फिल्टर मेंबरेन भी सही ढंग से काम नहीं कर रहा।
इसके बाद इन मास्क की दूसरी जांच की गई जिसमें खुलासा हुआ कि इन्हें बनाने में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। नीदरलैंड के हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान जारी करके कहा है कि हम अब इन मास्क का इस्तेमाल नहीं करेंगे। ये मास्क चीन की कंपनी ने 21 मार्च को दिए थे। मंत्रालय ने कहा कि वह अब भविष्य में कोई भी मास्क लेने से पहले अतिरिक्त जांच करेगी। यही नहीं नीदरलैंड के कई हॉस्पिटल ने तो पहले ही इन मास्क को खारिज कर दिया था।
एक हॉस्पिटल के सूत्र ने कहा, 'जब ये मास्क हमारे हॉस्पिटल में दिए गए तो हमने तत्काल उसको खारिज कर दिया।' बता दें कि चीन कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दुनियाभर को मास्क और मेडिकल उपकरण दे रहा है। इसमें सर्बिया, लाइबेरिया, फ्रांस, चेक रिपब्लिक आदि देश शामिल हैं। नीदरलैंड इन दिनों कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहा है। देश में अब तक 630 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हो गई है। घटिया मास्क ने अब नीदरलैंड की समस्या कई गुना बढ़ा दी है।