Edited By Pardeep,Updated: 21 May, 2018 09:41 PM
पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पनामा पेपर्स प्रकरण से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में यहां जवाबदेही अदालत के सामने बयान दर्ज कराते हुए सोमवार को लंदन में संपत्तियों के मालिकाना हक या इनकी खरीद के किसी तरह के संबंध से इंकार किया। एवेनफील्ड...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पनामा पेपर्स प्रकरण से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में यहां जवाबदेही अदालत के सामने बयान दर्ज कराते हुए सोमवार को लंदन में संपत्तियों के मालिकाना हक या इनकी खरीद के किसी तरह के संबंध से इंकार किया।
एवेनफील्ड मामला उन तीन मामलों में से एक है जो शरीफ (68) तथा उनके परिवार के खिलाफ दर्ज हुए हैं। ये मामले उच्चतम न्यायालय के 28 जुलाई के फैसले के बाद दर्ज हुए हैं जिसमें उन्हें अयोग्य ठहराते हुए मामले दर्ज करने का आदेश दिया गया था। इस मामले में शरीफ, उनकी बेटी मरियम, बेटे हसन एवं हुसैन तथा दामाद मुहम्मद सफदर आरोपी हैं। यह मामला इस आरोप पर आधारित है कि जब शरीफ प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने भ्रष्टाचार के धन से 1990 के दशक में लंदन में संपत्तियां खरीदी थीं।
अदालत ने पिछले सप्ताह शरीफ , मरियम और सफदर को अपने बचाव में अंतिम बयान दर्ज करने केा कहा था।इस मामले में अभियोजन पक्ष के 19 गवाह गवाही दे चुके हैं। हसन और हुसैन को नहीं बुलाया गया क्योंकि वे पहले ही फरार घोषित किये जा चुके हैं। जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश मुहम्मद बशीर ने करीब 127 सवाल तैयार किए थे और इन्हें शरीफ परिवार के वकील को सौंपा था। पूर्व प्रधानमंत्री ने इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए लिखित जवाब पढकर सुनाए। उन्होंने जोर देकर इस बात से इंकार किया कि उनका लंदन में संपत्तियों पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से मालिकाना हक है।