Edited By Tanuja,Updated: 14 Oct, 2019 04:58 PM
एक डॉक्यूमेंट्री में गोपनीय ढंग से शिया मुस्लिम धर्मगुरुओं का एक वीडियो सामने आने पर पर बवाल मच गया है। वीडियोमें शादी के नाम पर शारीरिक सुख के लिए 9-9 साल की लड़कियों को
इंटरनेशनल डेस्कः एक डॉक्यूमेंट्री में गोपनीय ढंग से शिया मुस्लिम धर्मगुरुओं का एक वीडियो सामने आने पर पर बवाल मच गया है। वीडियो में शादी के नाम पर शारीरिक सुख के लिए 9-9 साल की लड़कियों को बेचने-खरीदने का मामला सामने आया है। डॉक्यूमेंट्री में शिया मुस्लिम धर्मगुरु 9 साल की बच्ची के साथ अस्थाई विवाह करके शारीरिक संबंध बनाने को उचित बता रहे हैं।
वीडियो में एक शिया धर्मगुरु ने दावा किया है कि शरिया के मुताबिक 9 साल की लड़की से शादी करना गुनाह नहीं है। गौरतलब है कि यह पड़ताल इराक में की गई है। इराक में इस तरह की प्रथा पर प्रतिबंध है। लेकिन, खुफिया कैमरे के सामने 10 में से 8 धर्मगुरुओं ने इस पर अमल करने की बात कही। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बीबीसी न्यूज की पड़ताल में इन धर्मगुरुओं में से एक ने तो कम उम्र की लड़की मुहैया कराने तक की बात कही। गौरतलब है कि शारीरिक सुख के लिए निकाह की प्रथा सैकड़ों साल पुरानी है, जिसमें आंशिक रूप से पुरुषों को अपनी पत्नी से दूर रहने की सूरत में दूसरे के साथ जायज तौर पर (अस्थाई शादी) संबंध स्थापित कर सकते हैं
लेकिन, इराक के पुरुष और धर्मगुरु इसका इस्तेमाल गलत ढंग से बच्चों के देह-व्यापार में कर रहे हैं। कर्बला में खुफिया पत्रकार को एक धर्मगुरु ने बताया कि 9 साल तक की कम उम्र की बच्ची के साथ अस्थाई निकाह किया जा सकता है। इसमें वह यह भी बता रहा है कि यह शरिया कानून के हिसाब से जायज है। वहीं, एक दूसरे धर्मगुरु से जब रिपोर्टर ने पूछा कि क्या 13 साल की लड़की के साथ इस्लाम में शादी की जा सकती है। इस पर धर्मगुरु ने बेहद आपत्तिजनक अंदाज में कहता है सावधान रहना, कहीं उसकी वर्जिनिटी भंग न हो चुकी हो। जब उससे पूछा गया कि कहीं लड़की चोटिल तो नहीं हो जाएगी। इस पर धर्मगुरु ने बताया कि अब उसका और लड़की के बीच का मामला है।
इसी डॉक्यूमेंट्री में एक दूसरे धर्मगुरु ने शादी के लिए कमसीन लड़की को खोजने की बात कही। इस दौरान उसने रिपोर्टर को तस्वीर की भी पेशकश की और पूछा तुम कब वापस आ रहे हो, अब वह तुम्हारी है। उसी धर्मगुरु ने यह भी कहा वह इच्छुक है और तुम उसे पैसे दे दो। ईराक में जारी इस प्रथा के बारे में मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि अस्थाई विवाह कि मियाद एक घंटे से लेकर 99 साल तक की हो सकती है। इस दौरान चौंकाने वाला खुलासा अस्थाई विवाह करने वाली लड़कियों ने किया। उनका कहना था कि कुछ धर्मगुरु तो उन्हें कॉन्ट्रासेप्टिव इंजेक्शन भी मुहैया कराते हैं, ताकि वे गर्भवती न हो सकें। गौरतलब है कि यह प्रथा सुन्नी इस्लाम में वर्जित है और सद्दाम हुसैन के शासनकाल में इस पर प्रतिबंध था।