Edited By rajesh kumar,Updated: 26 Jan, 2021 03:15 PM
पाकिस्तान में किसानों ने टमाटरों के आयात को लेकर इमरान सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया है। किसानों का यह विरोध प्रदर्शन रविवार को सिंध के हैदराबाद शहर में किया गया है।
इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान में किसानों ने टमाटरों के आयात को लेकर इमरान सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया है। किसानों का यह विरोध प्रदर्शन रविवार को सिंध के हैदराबाद शहर में किया गया है। विरोध प्रदर्शन में किसानों ने अपनी तैयार फसल को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।
किसानों का कहना है कि बाहर से टमाटरों का आयात करने से इनके द्धारा उगाए टमाटरों के दामों में गिरावट आ रही है। इन टमाटरों की कीमत हैदराबाद में उगने वाले टमाटरों से बेहद कम है।सिंध अबदगर बोर्ड (एसएबी) की मानें तो करीब डेढ़ महीने पहले फेडरल सरकार को सूचित कर दिया गया था लेकिन उन्होंने टमाटर के आयात पर रोक नहीं लगाई।
ये रही टमाटर के दाम गिरने की वजह
बता दें कि आयात किए गए टमाटर लगातार मार्किट में पहुंच रहे हैं, और इसकी वजह से स्थानीय किसानों द्धारा उगाए गए टमाटरों के दामों में कमी आ रही है। वहीं, एसएबी का कहना है कि अभी किसान टमाटरों को 11 से 15 पाकिस्तानी रुपए प्रति किलों के हिसाब से बेच रहे हैं लेकिन जल्द ही टमाटर के दाम गिरने की उम्मीद है और हो सकता है कि दाम 5 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जाएं। बीते दिनों सिंध सरकार ने केंद्र से कहा था कि टमाटर के आयात पर रोक लगाई जाए ताकि सिंध के किसानों को मदद मिल सके।
नहीं मिल रही सही लागत
सिंध पाकिस्तान के सभी प्रांतों में सबसे अधिक टमाटर और प्याज का उत्पादन करता है। इस साल भी इन दोनों का बंपर उत्पादन हुआ है। टमाटरों के लगातार होते आयात और प्याज के बड़ी मात्रा में उत्पादन के कारण इन दोनों ही सब्जियों के दाम मार्किट में बड़ी तेजी से गिर रहे हैं, जिसके कारण किसानों को सही लागत नहीं मिल पा रही है। ऐसे में किसान चाहते हैं कि टमाटर के आयात पर जल्द प्रतिबंद लगाया जाए।