Edited By Isha,Updated: 22 Jun, 2018 04:14 PM
इंडोनेशियाई प्रशासन ने दुनिया की सबसे गहरी झीलों में शामिल तोबा झील में नौका दुर्घटना में लापता हुए लोगों की तलाश के लिए आज अत्याधुनिक सोनार प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल शुरू किया । खोजी टीमों को उम्मीद है कि नौसेना से
सिमलुंगुनः इंडोनेशियाई प्रशासन ने दुनिया की सबसे गहरी झीलों में शामिल तोबा झील में नौका दुर्घटना में लापता हुए लोगों की तलाश के लिए आज अत्याधुनिक सोनार प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल शुरू किया । खोजी टीमों को उम्मीद है कि नौसेना से लिये गये इस उपकरण से उस नौका को ढूढने में मदद मिलेगी जो सुमात्रा के रमणीय स्थल तोबा झील में सोमवार को डूब गयी थी।
अबतक 18 यात्रियों को बचाया गया है और सिर्फ तीन यात्रियों की मौत की पुष्टि की गई है। आधिकारिक आंकड़े के अनुसार बच्चों समेत 193 यात्री अब भी लापता हैं। आशंका है कि झील के तल तक पहुंच चुकी नौका में ईशव फंसे हों। तलाशी अभियान में त करीबन 400 लोगों के जुटे रहने के बावजूद चार दिन बाद भी नौका का पता नहीं चल पाया है। अधिकारियों ने बताया कि सोनार प्रौद्योगिकी जल के अंदर छिपी वस्तुओं का पता लगाने के लिए ध्वनि तरंगों का इस्तेमाल करती है। यह उन्नत उपकरण तोबा झील के तल को खंगालने के लिए काफी सशक्त है।