Edited By Seema Sharma,Updated: 22 Apr, 2019 10:00 AM
कोलंबो के मुख्य एयरपोर्ट के पास एक और जिंदा बम मिला है। श्रीलंका एयर फोर्स ने इस बम को सफलतापूर्वक डिफ्यूज कर दिया है। यह जानकारी स्थानीय पुलिस ने दी है। वहीं श्रीलंकाई पुलिस ने रविवार को गिरजाघरों तथा होटलों में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के मामले...
कोलंबोः कोलंबो के मुख्य एयरपोर्ट के पास एक और जिंदा बम मिला है। श्रीलंका एयर फोर्स ने इस बम को सफलतापूर्वक डिफ्यूज कर दिया है। यह जानकारी स्थानीय पुलिस ने दी है। वहीं श्रीलंकाई पुलिस ने रविवार को गिरजाघरों तथा होटलों में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के मामले में 24 लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। गिरफ्तार किए लोगों से जुड़ी कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। इन 24 लोगों को कोलंबो और उसके आसपास दो स्थानों से गिरफ्तार किया गया है। उल्लेखनीय है कि श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के मौके पर 3 चर्चों और 4 होटलों समेत 8 जगहों पर धमाके हुए। इनमें 35 विदेशियों व 3 भारतीयों समेत 215 लोगों की मौत हो गई और करीब 500 से ज्यादा जख्मी हुए।
वहीं मरने वालों में 3 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। मृतक भारतीयों की पहचान लक्ष्मी, नारायण चन्द्रशेखर व रमेश के तौर पर हुई है। रविवार सुबह शुरूआती 6 धमाके लगभग एक ही समय पर सुबह 8.45 बजे हुए। बाकी 2 धमाके दोपहर में 2.30 से 3.30 बजे के बीच कोलंबो में हुए। लंका में इससे पहले 2006 में हमला हुआ था। यह हमला लिट्टे ने करवायाथा। बता दें कि इस हमले को दिगमपाठना बॉम्बिंग के नाम से जाना जाता है। लिट्टे ने बम से भरे ट्रक से मिलिट्री की 15 बसों पर हमला किया था। इसमें 120 नाविक मारे गए थे।
साल 2009 में श्रीलंका में तमिल विद्रोही संगठन लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) का खात्मा हो गया था। इसके लगभग 10 साल बाद हुआ यह सबसे बड़ा हमला है। पहला धमाका कोलंबो के कोच्चिकड़े स्थित सेंट एंथनी चर्च में हुआ, इसके बाद नेगोंबो के कतुवपितिया स्थित सेंट सेबेस्टियन चर्च और बट्टिकलोआ स्थित चर्च में धमाके हुए। इनके अलावा कोलंबो में शांगरी ला होटल, किंग्सबरी होटल और सिनमन ग्रैंड होटल में भी ब्लास्ट हुए।