Edited By shukdev,Updated: 23 Aug, 2019 07:56 PM
श्रीलंका में ईस्टर के दिन हमले के बाद लगाया गया आपातकाल चार महीने के बाद खत्म कर दिया गया है। इस हमले में 258 लोगों की मौत हो गई थी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आपातकाल की अवधि बढ़ाने के लिए गुरुवार को जो सरकारी गजट जारी किया जाना चाहिए...
कोलंबो: श्रीलंका में ईस्टर के दिन हमले के बाद लगाया गया आपातकाल चार महीने के बाद खत्म कर दिया गया है। इस हमले में 258 लोगों की मौत हो गई थी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आपातकाल की अवधि बढ़ाने के लिए गुरुवार को जो सरकारी गजट जारी किया जाना चाहिए था, उसे जारी नहीं किया गया। सूत्रों ने कहा, ‘राष्ट्रपति ने आपातकाल का विस्तार करने के लिए गजट जारी नहीं किया।' राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना 21 अप्रैल के बम हमले के बाद हर महीने गजट अधिसूचना के माध्यम से आपातकाल बढ़ाते रहे हैं।
श्रीलंका ने उन नौ आत्मघाती हमलावरों के सहयोगियों पर कार्रवाई के लिए शुरू में 23 अप्रैल को आपातकाल लगाया था जिन्होंने तीन गिरजाघरों एवं तीन लक्जरी होटलों पर हमला किया था। इन हमलों में 258 लोगों की जान चली गई थी और 500 से अधिक लोग घायल हुए थे। वैश्विक आतंकी संगठन आईएसआईएस ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली थी लेकिन सरकार ने स्थानीय इस्लामिक चरमपंथी संगठन नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) को जिम्मेदार ठहराया था।
आपातकाल ने सुरक्षाबलों को इस हमले के बाद संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार करने और हिरासत में लेने का व्यापक अधिकार प्रदान किया। एनटीजे से संबंध को लेकर 1000 से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए हैं जिनमें पांच ऐसे लोग हैं जिन्हें सऊदी अरब से प्रत्यर्पित कर लाया गया। पर्यटन मंत्रालय आपातकाल को हटाने के लिए जबरदस्त लामबंदी कर रहा था क्योंकि इसकी वजह से बहुत से पर्यटकों ने अपनी बुकिंग रद्द कर दी थी। सरकार ने उन सुरक्षा चूकों की जांच के लिए कई उच्च स्तरीय जांच की जिनकी वजह से खुफिया चेतावनी के बावजूद यह भयंकर हमला हुआ।