Edited By Tanuja,Updated: 10 May, 2022 06:22 PM
श्रीलंका में आर्थिक संकट के खिलाफ जनता सड़कों पर उतर आई है। देश में भड़की भयानक हिंसा में अब तक आठ लोगों की जान जा चुकी है।...
इंटरनेशनल डेस्कः श्रीलंका में आर्थिक संकट के खिलाफ जनता सड़कों पर उतर आई है। देश में भड़की भयानक हिंसा में अब तक आठ लोगों की जान जा चुकी है। इस बीत पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने परिवार सहिंत एक नेवल बेस में शरण ली है।
यह नेवल बेस कोलंबो से करीब 270 किमी की दूरी पर एक द्वीप पर स्थित है। जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने अब नेवल बेस तक पहुंच कर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। श्रीलंका के शहरों में प्रदर्शनों और हिंसा पर रोक लगाने के लिए हजारों पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं और कर्फ्यू लगा दिया गया है।
लोगों में यह गुस्सा अचानक नहीं भड़का है। कई महीनों से श्रीलंका में लोग खाद्यान्न, बिजली, पानी और ईंधन की समस्या का सामना कर रहे हैं। लोगों को जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। हालांकि राष्ट्रपति ने अब तक इस्तीफा नहीं दिया है।
पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और उनके परिवार के कुछ सदस्यों के कोलंबो स्थित आधिकारिक आवास से निकलने के बाद त्रिंकोमाली नौसैनिक अड्डे पर मौजूद होने की खबरें सामने आने के बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। श्रीलंका में तत्कालीन प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के समर्थकों द्वारा, देश में घोर आर्थिक संकट पर उन्हें हटाने की मांग कर रहे सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला करने के बाद सोमवार को हिंसा भड़क गई थी।