श्रीलंकाः संदन में सांसदों ने लाल मिर्च और कुर्सियां फैंकी,  हंगामे का वीडियो वायरल

Edited By Tanuja,Updated: 17 Nov, 2018 04:22 PM

sri lanka mps hurl  chilli powder  and chairs in fresh chaos

श्रीलंकाई संसद में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन हुए गतिरोध व हंगामे का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि  संसद में हंगामे के दौरान विवादित प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के समर्थकों ने अध्यक्ष कारू जयसूर्या की कुर्सी पर...

कोलंबो: श्रीलंकाई संसद में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन हुए गतिरोध व हंगामे का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि  संसद में हंगामे के दौरान विवादित प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के समर्थकों ने अध्यक्ष कारू जयसूर्या की कुर्सी पर कब्जा जमा लिया और नारेबाजी की । इस दौरान संसद में पुलिस बुलाई गई तो सांसदों ने लाल मिर्च, कुर्सियां और पानी की बोतलें फेंकीं। हंगामे के बाद संसद की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी गई।यह हंगामा अध्यक्ष द्वारा राजपक्षे के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बाद कोई प्रधानमंत्री या सरकार नहीं होने की घोषणा के एक दिन बाद हुआ। शुक्रवार को संसद की कार्यवाही शुरू होते ही राजपक्षे का समर्थन करने वाले सांसदों ने कार्यवाही में देरी होने की बात कही और नारेबाजी करने लगे।
PunjabKesari
वहीं, एक सांसद अरुंदिका फर्नांडो ने स्पीकर की सीट पर कब्जा कर लिया। करीब 45 मिनट के व्यवधान के बाद स्पीकर ने संसद कक्ष में पुलिस बुला ली। ऐसे में सांसद लाल मिर्च, कुर्सियां और पानी की बोतलें फेंकने लगे। इससे कई पुलिसकर्मी और वरिष्ठ सांसद गामिनी जयवाइरेमा परेरा घायल हो गए। राजपक्षे समर्थक सांसदों ने विक्रमसिंघे समर्थक दो सांसदों पालिता तेवरपपरुमा और रंजन रामायणके की गिरफ्तारी की मांग भी की। दोनों पर गुरुवार को सदन में चाकू लाने का आरोप लगाया गया था। श्रीलंका की संसद में गुरुवार को स्पीकर कारू जयसूर्या ने कहा था कि देश में कोई सरकार नहीं है।
PunjabKesari
यहां इस वक्त कोई प्रधानमंत्री भी नहीं है, चाहे वे राष्ट्रपति की ओर से नियुक्त किए गए राजपक्षे हों या उनके प्रतिद्वंद्वी विक्रमसिंघे। राजपक्षे ने स्पीकर की बात को नकारते हुए कहा कि किसी खास मुद्दे का फैसला ध्वनिमत से नहीं किया जा सकता। स्पीकर के पास प्रधानमंत्री और उनके कैबिनेट मंत्रियों को नियुक्त करने या हटाने का अधिकार नहीं है। इसके बाद सांसदों में मारपीट शुरू हो गई थी, जिसके चलते सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। वहीं, गुरुवार रात राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने एक बार फिर महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री घोषित किया।
PunjabKesari
ऐसे शुरू हुआ राजनीतिक संकट
श्रीलंका में राजनीतिक संकट की शुरुआत 26 अक्तूबर को हुई थी। उस दौरान राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे की सरकार को बर्खास्त करके महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया। इसके बाद सिरिसेना ने संसद भंग कर दी और राजपक्षे को बहुमत साबित करने के लिए वक्त दे दिया।विक्रमसिंघे ने अपनी बर्खास्तगी को गलत बताते हुए प्रधानमंत्री आवास खाली करने से इंकार कर दिया। ऐसे में राष्ट्रपति ने 5 जनवरी को आकस्मिक चुनाव कराने का फैसला सुनाया। यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया। अदालत ने राष्ट्रपति सिरिसेना का फैसला पलटते हुए आकस्मिक चुनाव पर रोक लगा दी। ऐसे में राजपक्षे ने सिरिसेना की पार्टी से 50 साल पुराना गठबंधन तोड़ दिया और पिछले साल बनी श्रीलंका पीपुल्स पार्टी में शामिल हो गए।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!