Edited By Tanuja,Updated: 05 Nov, 2018 04:25 PM
श्रीलंका के स्पीकर कारू जयसूर्या ने सोमवार को राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को अपदस्थ करना और संसद का निलंबन अलोकतांत्रिक कदम है...
कोलंबोः श्रीलंका के स्पीकर कारू जयसूर्या ने सोमवार को राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को अपदस्थ करना और संसद का निलंबन अलोकतांत्रिक कदम है। उन्होंने कहा कि बहुमत साबित होने तक वह महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री के तौर पर मान्यता नहीं देंगे।
जयसूर्या के इस कड़े बयान के पहले, रविवार को सिरिसेना ने घोषणा की थी कि संसद की बैठक 14 नवंबर को बुलाई जाएगी। जबकि, उन्होंने इस तारीख से एक सप्ताह पहले संसद की बैठक बुलाने का वादा किया था। स्पीकर ने कहा कि 7 नवंबर को संसद की बैठक बुलाने की प्रतिबद्धता से सिरिसेना मुकर चुके हैं। सिंहाला में सोमवार को जारी बयान में जयसूर्या ने कहा कि संसद के अधिकतर सदस्यों ने उनके पास एक अर्जी देकर कहा है कि राष्ट्रपति द्वारा हाल में संसद में बदलाव का कदम असंवैधानिक है।
जयसूर्या ने साफ कर दिया कि वह संसद में शक्ति परीक्षण चाहते हैं। इस वजह से राजपक्षे को संसद में प्रधानमंत्री का स्थान नहीं मिलेगा क्योंकि मौजूदा सरकार के सदस्यों को विपक्षी सीटों पर बैठना होगा। सिरिसेना ने 26 अक्तूबर को प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे को अपदस्थ करते हुए संसद की कार्यवाही 16 नवंबर तक निलंबित कर दी थी।