Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Sep, 2017 12:14 PM
अपनी समझ की बदौलत पूरी दुनिया को परमाणु युद्ध के भीषण खतरे से बचाने वाले कर्नल स्तेनिस्लाव पेत्रोव का निधन हो गया...
मॉस्को: अपनी समझ की बदौलत पूरी दुनिया को परमाणु युद्ध के भीषण खतरे से बचाने वाले कर्नल स्तेनिस्लाव पेत्रोव का निधन हो गया। 26 सितंबर 1983 को दुनिया को विनाश से बचाने वाले पेत्रोव की उस वक्त उम्र 44 साल थी और वह रूस के एयर डिफेंस फोर्स में बतौर कर्नल तैनात थे। उनकी शिफ्ट खत्म होने में अभी कुछ वक्त बचा था जब रडार स्क्रीन पर अलॉर्म बजने लगा। मॉस्को के सीक्रिट कमांड सैंटर से अमरीका पर उन दिनों रूस नजर रखा करता था।
कंप्यूटर अलॉर्म पर 5 बैलिस्टिक मिसाइल अमेर आइकन बेस से लॉन्च होने की खबर आई। पेत्रोव ने बताया था, '15 सेकेंड के लिए हम पूरी तरह से शॉक की स्थिति में थे। उस वक्त हमें क्षण भर में फैसला लेना था कि अब अगला कदम क्या होना चाहिए। मेरे एक हाथ में फोन और दूसरे में इंटरकॉम था। सामने स्क्रीन पर इलेक्ट्रॉनिक मैप फ्लैश कर रहा था। उसी वक्त मैंने फैसला किया कि मिसाइल लॉन्च की यह सूचना गलत हो सकती है।'
इसी साल 19 मई को 79 साल की उम्र में 'दुनिया बचाने वाले' के नाम से मशहूर कर्नल पेत्रोव ने संसार को अलविदा कह दिया। उनकी मौत के खबर की पुष्टि उनके बेटे ने की। उनकी मौत के बारे में दुनिया को काफी बाद में बेटे द्वारा पुष्टि करने पर ही पता चला। जीवन के आखिरी दिनों में पेत्रोव मॉस्को के पास गांव में अकेले ही जीवन बिता रहे थे। वह रूसी सरकार से मिलने वाली पेंशन पर आश्रित थे।