Edited By Yaspal,Updated: 26 Apr, 2019 07:08 PM
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने नॉन-इमिग्रैंट वीजा पर सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने बिजनस एवं टूरिस्ट विजिटर्स और अन्य नॉन-इमिग्रैंट वीजा होल्डर्स के ओवरस्टे में कमी लाने के लिए डि....
नई दिल्ली: राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने नॉन-इमिग्रैंट वीजा पर सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने बिजनस एवं टूरिस्ट विजिटर्स और अन्य नॉन-इमिग्रैंट वीजा होल्डर्स के ओवरस्टे में कमी लाने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट ऐंड डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्यॉरिटी (डीएच) को एक मेमो जारी किया है।जिसके अनुसार वीजा संबंधी नियमों के अधिक से अधिक अनुपालन के लिए एडमिशन बॉन्ड्स लाया जा सकता है। जिससे अमेरिका आने वालों की संख्या कम की जा सके। इसका सबसे ज्यादा नुकसान भारतीयों को ही होगा।
कैलिफोर्निया की इमिग्रेशन में विशेषज्ञता रखने वाली वैश्विक कंपनी फ्रेगोमेन में पार्टनर मिशेल वेक्सलर ने कहा है कि राष्ट्रपति ने यह मेमो नॉन-इमिग्रेंट वीजा के तमाम वर्गों के लिए जारी किया है। इस तरह का वीजा छात्रों, मजदूरों और उनपर निर्भर रहने वाले लोगों को दिया जाता है। ऐसे लोग अगर ओवरस्टे करते हैं तो भविष्य में उनपर एडमिशन बॉन्ड्स लगाया जा सकता है।
पिछले वर्ष नवंबर में ओपन डोर्स रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में 1.96 लाख भारतीय छात्र थे। जो कुल विदेशी छात्रों का 18 फीसदी संख्या है। डीएचएस द्वारा जारी एंट्री-एग्जिट ओवरस्टे रिपोर्ट 2018 के मुताबिक लगभग 1.27 लाख छात्रों को वित्त वर्ष 2017 (एक अक्टूबर 2016-30 सितंबर, 2017) के दौरान अमेरिका छोड़ देना था। लेकिन इनमें से 3.45 फीसदी छात्रों ने ओवरस्टे किया था।
मेमो में किसी नियम का उल्लेख नहीं किया गया है, और इसमें तत्काल कोई पाबंदी लगाने की बात कही गई है। लेकिन अमेरिकी एजेंसियों को 120 दिनों के भीतर अमेरिकी राष्ट्रपति को सिफारिश/या स्टेटस रिपोर्ट्स देने की बात कही गई है।