Edited By Seema Sharma,Updated: 22 Apr, 2020 11:05 AM
महामारी बन चुके कोरोना वायरस (covid-19) को रोकने में कारगार साबित होने के दावा करने वाली हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (hydroxychloroquine ) इस वायरस से मृत्यु दर (death rate) रोकने में असफल साबित हुई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (NIH) और वर्जिनिया...
इंटरनेशनल डेस्क: महामारी बन चुके कोरोना वायरस (covid-19) को रोकने में कारगार साबित होने के दावा करने वाली हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (hydroxychloroquine ) इस वायरस से मृत्यु दर (death rate) रोकने में असफल साबित हुई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (NIH) और वर्जिनिया यूनीवर्सिटी की एक स्टडी ने इसकी जानकारी दी। रिसर्च करने वाले ने कहा कि इस स्टडी के दौरान हमें पता चला है कि हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के इस्तेमाल से कोरोना मरीजों की हालत में कोई सुधार होने के सबूत नहीं मिले हैं।
यह स्टडी ऑनलाइन पोस्ट की गई है और इसे न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन को प्रस्तुत किया गया है। इससे कोरोना से हालत सुधरने के कोई सबूत नहीं मिले हैं। बता दें कि भारत में कोरोना के गंभीर मरीजों को यह दवा दी जा रही है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने इसे पूरी तरह से कारगार नहीं माना है। वहीं अमेरिका, ब्राजील, इजराइल, मलेशिया समेत कई देशों ने भारत से यह दवा की मांग की है। भारत ने इस दवा को कई देशों को भेजा भी है।